Operation Spider Web: यूक्रेन की घरेलू खुफिया एजेंसी SBU (Security Service of Ukraine) ने एक अति-गोपनीय और अभूतपूर्व सैन्य अभियान को अंजाम दिया है, जिसे ‘ऑपरेशन स्पाइडर वेब’ नाम दिया गया है। यह एक विशेष ड्रोन हमला था, जो 1 जून 2025 को रूस के चार प्रमुख हवाई अड्डों को निशाना बनाकर किया गया। इस ऑपरेशन को नाम दिया गया ‘स्पाइडर वेब’ यानी “मकड़ी का जाल” था क्योंकि यह बिलकुल उसी तरह काम करता है जैसे मकड़ी अपने शिकार के इर्द गिर्द करीने से जाल बुनकर फंसाती है। (Operation Spider Web) खामोशी इतनी कि किस को कानों कान खबर न हो, रणनीतिक रूप से इतना मजबूत कि शिकार का फंसना तय हो और तैयारी ऐसी कि शिकार का फंसकर बर्बाद होना तय हो।

Operation Spider Web: कैसे काम करता है ‘स्पाइडर वेब’?
इस ऑपरेशन में इस्तेमाल किए गए ड्रोनों को विस्फोटकों से लैस किया गया था और इन्हें लकड़ी के शेड्स की छतों के नीचे छिपाया गया था, जिन्हें बाद में ट्रकों के ज़रिए रूस के हवाई अड्डों की परिधि तक ले जाया गया। (Operation Spider Web) जब ऑपरेशन को अंजाम देना था, तब एक रीमोट-एक्टिवेटेड मैकेनिज़्म के ज़रिए उन शेड्स की छतें खोली गईं, और ड्रोनों ने बिना किसी मानव हस्तक्षेप के उड़ान भरते हुए टारगेट पर हमला किया। यह पूरी रणनीति इस तरह से रची गई थी कि रूस की निगरानी प्रणालियों को इसकी भनक तक नहीं लगी — जैसे कोई अदृश्य जाल बिछाया गया हो, जिसमें रूस फंस गया।
किसने अंजाम दिया ऑपरेशन?
इस ऑपरेशन को अंजाम देने का दावा यूक्रेन की खुफिया एजेंसी SBU ने किया है। एजेंसी ने टेलीग्राम पर एक आधिकारिक बयान में कहा कि हमने रूस के 4 प्रमुख हवाई अड्डों पर एक साथ हमला कर 41 युद्धक विमानों को निष्क्रिय किया है। इस ऑपरेशन में रणनीतिक क्रूज मिसाइल कैरियर्स का 34% हिस्सा बर्बाद हो गया है। (Operation Spider Web) इस ऑपरेशन की योजना डेढ़ साल तक चुपचाप बनाई गई और क्रियान्वयन के समय इसमें शामिल सभी ऑपरेटर्स को रूस से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।
सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि इस मिशन का कंट्रोल सेंटर रूस की FSB (Federal Security Service) के एक क्षेत्रीय दफ्तर के ठीक पास स्थित था — जिससे यह जाहिर होता है कि यूक्रेन ने सुरक्षा के सबसे गहरे घेरे को भी चकमा दिया।
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ज़ेलेंस्की का दावा: अब तक का सबसे लंबी दूरी का हमला
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इसे सबसे लंबी दूरी का ऑपरेशन करार दिया और कहा कि यह ऑपरेशन यूक्रेन की घरेलू तकनीक और क्षमताओं से किया गया, और इसका परिणाम शानदार है। (Operation Spider Web) इससे रूस को ठोस और उचित नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में 117 ड्रोन शामिल थे और यह पूरी तरह से यूक्रेनी निर्माण और योजना पर आधारित था।
रूस की प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया पर हलचल
रूसी सोशल मीडिया पर कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिनमें इरकुत्स्क क्षेत्र के बेलाया हवाई अड्डे पर जलते हुए बमवर्षक विमान देखे जा सकते हैं। (Operation Spider Web) हालाँकि रूस ने अभी तक इस हमले की पुष्टि नहीं की है, लेकिन स्थानीय गवर्नर ने ड्रोन हमले की बात स्वीकारी है और बताया कि हमले ड्रोन द्वारा एक ट्रक से लॉन्च किए गए।
कितना नुकसान हुआ रूस को?
SBU के मुताबिक, इस ऑपरेशन से रूस को लगभग $7 अरब (लगभग ₹58,000 करोड़) का आर्थिक नुकसान हुआ है, जिसमें युद्धक विमान, क्रूज मिसाइल कैरियर्स और हवाई ठिकानों को भारी क्षति पहुंची है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में नया मोड़
‘ऑपरेशन स्पाइडर वेब’ केवल एक सैन्य हमला नहीं है, बल्कि यह युद्ध के साइबर, रणनीतिक और तकनीकी मोर्चों पर यूक्रेन की बढ़ती ताकत का संकेत है। रूस की वायुसेना की सुरक्षा में सेंध और इतनी गहराई तक हमला दर्शाता है कि युद्ध अब केवल सीमा पर नहीं लड़ा जा रहा — बल्कि उसके दिल तक पहुंचने की रणनीति तैयार की जा चुकी है।