Shri Krishna Janmashtami: आज पूरा देश भगवान कृष्ण के जन्म के उत्सव में डूबा हुआ है। कृष्ण के जन्म उत्सव के अवसर पर देशभर के सभी मंदिरों को रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों से सजाया गया है। (Shri Krishna Janmashtami) श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर सोमवार को भगवान कृष्ण का जन्मदिन पूरे धूमधाम से मनाने के लिए देश भर के विभिन्न मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।
सोमवार को राधा कृष्ण परिसर के सभी मंदिरों में घंटियां, मृदंग और शंख की ध्वनि गूंज उठी। भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा के मंदिर भी कृष्ण भक्तों से भरे हुए हैं। द्वारका में भी भगवान के भक्त पूजा-पाठ के लिए पहुंच रहे हैं।
Shri Krishna Janmashtami: अहमदाबाद के इस्कॉन मंदिर में उमड़े भक्त
वहीं, कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर अहमदाबाद के इस्कॉन मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त उमड़े। इसके अलावा, ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में तीन दिवसीय श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव सोमवार से विष्णुस्वामी जयंती एवं गोस्वामी रूपानंद के जन्मोत्सव के साथ शुरू होगा। महोत्सव में 27 को जन्माष्टमी व 28 को नंदोत्सव का आयोजन होगा।
श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर, जिसे बिरला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर में सुबह की आरती की गई। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर द्वारका के इस्कॉन मंदिर में आरती की गई।
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मुंबई में चौपाटी इस्कॉन मंदिर में सुबह की आरती की गई। (Shri Krishna Janmashtami) इस बीच, श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर अहमदाबाद के इस्कॉन मंदिर में दर्शन के लिए पट खुल गए और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े।
सुरक्षा के लिए 2000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात
मथुरा के कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर मथुरा के अधीक्षक (सुरक्षा) बजरंग बली चौरसिया ने बताया कि क्षेत्र में 2000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। न्यूज एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी और कहा कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
26 अगस्त को पूरे देश में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम
आपको बता दें कि इस साल 26 अगस्त को पूरे देश में कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। (Shri Krishna Janmashtami) इस दिन भक्त पारंपरिक रूप से उपवास रखते हैं और मंदिरों और घरों को फूलों, दीयों और रोशनी से सजाते हैं। यह अवसर मथुरा और वृंदावन में विशेष रूप से भव्य होता है, जहां ऐसा माना जाता है कि कृष्ण ने अपना युवावस्था और बचपन बिताया था।