Google Green Card: अमेजन और गूगल ने एक ऐसा फैसला ले लिया, जिसका भारतीयों पर भी असर पड़ सकता है. दरअसल, दोनों कंपनियों ने विदेशी नागरिकों के लिए ग्रीन कार्ड के आवेदनों को रोक दिया है, जिससे अब वहां नौकरी करने वाले भारतीयों को भी दिक्कत हो सकती है. अमेरिकी सरकार उन प्रवासियों को ग्रीन कार्ड जारी करती है, जो अमेरिका में रहकर नौकरी करते हैं. अमेजन और गूगल ने जो फैसला लिया है, वह 2024 की बची शेष अवधि के लिए है. दरअसल, माइक्रोसॉफ्ट ने हाल में अपनी कंपनी में छंटनी की थी. (Google Green Card) आईटी कंपनियों में मंदी की वजह से जोड़कर भी इस फैसले को देखा जा रहा है. गूगल और अमेजन ने पर्म (PERM) एप्लिकेशन को अगले साल तक रोक दिया है.
Google Green Card: क्या होता है पर्म?
श्रम प्रमाण पत्र जारी करने की पर्म (PERM) एक प्रक्रिया है, जिसकी देखरेख अमेरिकी श्रम विभाग करता है. (Google Green Card) देश में विदेशी श्रमिकों के प्रवेश से अमेरिकी श्रमिकों के लिए नौकरी के अवसरों, वेतन या काम करने की स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े, यह इसकी भी देखरेख करता है. यह भी कह सकते हैं कि यह प्रक्रिया ग्रीन कार्ड प्राप्त करने का पहला चरण है.
गूगल और अमेजन ने क्यों रोका पर्म?
बिजनेस इनसाइडर के अनुसार, इस साल की शुरुआत में अमेजन ने अपने कर्मचारियों के लिए एक घोषणा की थी. इसमें बताया कि कंपनी 2024 तक सभी पर्म फाइलिंग को रोक देगी. अब एक ज्ञापन में यह कहा गया कि हम 2024 तक पर्म फाइलिंग जारी रखने में असमर्थ हैं. हम जानते हैं कि यह निराशाजनक है और हमने इस फैसले को हल्के में नहीं लिया. (Google Green Card) वहीं, जनवरी 2023 में गूगल ने अपने पर्म को रोक दिया. 12,000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया.कर्मचारियों को अब सूचित किया कि कंपनी 2025 की पहली तिमाही तक पर्म प्रक्रिया फिर से शुरू नहीं करेगी. इससे अमेरिका में काम कर रहे लाखों प्रवासियों के लिए झटका माना जा रहा है.