Chhota Shakeel News: अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील के रिश्तेदार आरिफ शेख उर्फ आरिफ भाईजान की दिल का दौरा पड़ने से मुंबई में मौत हो गई है. टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार आरिफ शेख छोटा शकील का साला था. वह अरेस्ट किए जाने के बाद से ही आर्थर रोड जेल में सजा काट रहा था. (Chhota Shakeel News) जेल में आरिफ को अचानक सीने में दर्द होने लगा, जिसके बाद पुलिस ने उसे इलाज के लिए मुंबई के जेजे अस्पताल में भर्ती कराया था.
हालांकि, इलाज के दौरान आरिफ की मौत हो गई. उस पर अंडरवर्ल्ड डॉन और गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगी छोटा शकील की मदद करने का आरोप था. (Chhota Shakeel News) 61 वर्ष के आरिफ शेख को मई 2022 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया था. उसके ऊपर दाऊद इब्राहिम और शकील समेत दाऊद गिरोह के कई सदस्यों की मदद का आरोप था. गिरफ्तारी के बाद से ही वह पिछले दो साल से आर्थर रोड जेल में बंद था.
Chhota Shakeel News: आरिफ को कोई परेशानी नहीं थी: रिश्तेदार
रिपोर्ट के मुताबिक, आरिफ शेख को शुक्रवार (21 जून) को सांस लेने में तकलीफ और छाती में दर्द होने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. आरिफ के रिश्तेदार ने बताया कि उसकी दो बेटियां हैं और उसे कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं थी. उन्होंने कहा, “उसे कोई परेशानी नहीं थी और उसका स्वास्थ्य ठीक था. (Chhota Shakeel News) अधिकारी हमें कुछ नहीं बता रहे हैं और हमने जेजे अस्पताल से जानकारी जुटाई.”
अदालत में लगाई थी आरिफ ने जमानत की अर्जी
आरिफ शेख और उसके भाई शब्बीर शेख को एनआईए ने दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील सहित उसके कुछ करीबी सहयोगियों की मदद करने को लेकर आतंकी फंडिंग मामले में गिरफ्तार किया था. इससे बाद उसने जमानत के लिए अदालत का दरवाजा भी खटखटाया था. हालांकि, उसकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया था. (Chhota Shakeel News) अदालत का कहना था कि वह दाऊद इब्राहिम के संगठित अपराध सिंडिकेट डी-कंपनी का सदस्य था.
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आतंकी संगठनों के साथ काम करने पर एनआईए ने दर्ज किया था केस
एनआईए ने फरवरी 2022 में हथियारों की तस्करी, नार्को-आतंकवाद, मनी लॉन्ड्रिंग, नकली नोटों को सर्कुलेट करने और अन्य आरोपों में कथित संलिप्तता के लिए दाऊद, उसके भाई अनीस और छोटा शकील सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था. उन पर आतंकी फंड जुटाने के लिए संपत्ति को कब्जाने और लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अल कायदा जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया गया था.