Modi: लाओस में आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ बैठक की, जिसके बाद उन्होंने कहा कि कुछ वास्तविक मुद्दे हैं, जिनको हल करने की आवश्यकता है. ट्रूडो ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी के साथ जो बातचीत की उसे विस्तार से नहीं बताएंगे, लेकिन उन्होंने कई बार कहा है कि कनाडाई लोगों की सुरक्षा और कानून के शासन को बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है और वह इस पर ध्यान देंगे.
कनाडाई पीएम की ओर से ये बातचीत खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय सरकार के शामिल होने का आरोप लगाने के एक साल बाद हुई है. सितंबर 2023 में ट्रूडो और पीएम मोदी के बीच यह दूसरी मुलाकात है. (Modi) इससे पहले ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स में बयान दिया था कि कनाडा भारत को आतंकवादी की मौत से जोड़ने वाले आरोपों की जांच कर रहा है.
Modi: ट्रूडो की टिप्पणी पर भारत का जवाब
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ओर से की गई टिप्पणी को लेकर भारत ने भी जवाब दे दिया है. (Modi) सूत्रों के हवाले से भारत ने कहा कि देश को उम्मीद है कि कनाडा की धरती पर भारत विरोधी खालिस्तानी गतिविधियों को होने नहीं दिया जाएगा और कनाडा की धरती से भारत के खिलाफ हिंसा, उग्रवाद और आतंकवाद की वकालत करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जो अब तक नहीं की गई है. संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी के साथ ऐसी ताकतों का बढ़ता गठजोड़ कनाडा के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए.
कब तक सुधरेंगे रिश्ते?
भारत कनाडा के साथ संबंधों को महत्व देता है, लेकिन जब तक कनाडा सरकार उन लोगों के खिलाफ सख्त और सत्यापन योग्य कार्रवाई नहीं करती है, जो सक्रिय रूप से भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं और भारत के साथ-साथ कनाडा में भी नफरत, गलत सूचना, सांप्रदायिक वैमनस्य और हिंसा को बढ़ावा देने की साजिश रचते हैं, तब तक इन्हें सुधारा नहीं जा सकता.