Donald Trump: अमेरिका और चीन दोनों देश एक दूसरे से शक्तिशाली बनने की रेस में लगे हुए हैं. दोनों देश बड़ी तेजी से अपनी सैन्य पावर बढ़ा रहे हैं. इसी कड़ी में प्रशांत महासागर में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक लॉन्च किया है. इस मिसाइल लॉन्च के बाद अमेरिका और उसके मित्र देशों में टैंशन बढ़ गई है. चीन के मुताबिक उनका ये मिसाइल लॉन्च पूरी तरह से सफल रहा और मिसाइल का लॉन्च इंटरनेशनल कानूनों के हिसाब से किया गया.
Donald Trump: किसी देश को नहीं किया टार्गेट – चीन
अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के लॉन्च पर चीन के रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है, बताया गया है कि , ‘चीनी सेना के रॉकेट फोर्स ने 25 सितंबर को सुबह 08:44 बजे प्रशांत महासागर में एक डमी हथियार ले जाते हुए एक आईसीबीएम लॉन्च किया. मिसाइल उसी समुद्री क्षेत्र में गिरी जहां उम्मीद थी. (Donald Trump) यह लॉन्च हमारे वार्षिक प्रशिक्षण योजना में एक नियमित व्यवस्था है. यह लॉन्च अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय अभ्यास के अनुरूप है. किसी भी देश की ओर इसे टार्गेट नहीं किया गया था.’
चीन का अमेरिका को जवाब
हाल के समय में अमेरिका ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में अपने मिड-रेंज कैपेबिलिटी (MRC)/टाइफून मिसाइल सिस्टम को तैनात किया है. अमेरिका के इस कदम से चीन नाराज है. क्षेत्र में मिसाइल सिस्टम को तैनाती को लेकर चीन के अधिकारी इसको लेकर कई बार शिकायत कर चुके हैं. (Donald Trump) शायद इसी वजह से चीन के मिसाइल लॉन्च को दिए गए जवाब के तौर पर देखा जा रहा है. इसके अलावा पिछले साल अक्टूबर में अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा था कि चीन अपने परमाणु शस्त्रागार को अमेरिका से भी ज्यादा तेजी से बना रहा है.
फिलहाल दोनों देशों के बीच ये तनातनी और भी बढ़ सकती है. जानकारी के मुताबिक अमेरिका इस मिसाइल सिस्टम को जापान में भी तैनात करने की योजना बना रहा है. अगर ऐसा होता है तो दोनों देशों के बीच विवाद और भी ज्यादा गर्मा सकता है, जिसका असर आसपास के देशों पर भी पढ़ेगा.