Yemen: हूती विद्रोहियों ने दावा किया है कि यमन में अमेरिकी और ब्रिटिश हवाई हमलों में 37 लोगों की मौत हो गई है और 30 लोग घायल हो गए हैं। हूती का दावा है कि यमन में 424 ठिकानों पर हवाई हमले किए गए हैं।
हूती विद्रोहियों ने कहा है कि इन हवाई हमलों में नागरिकों के घरों और बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचा है। (Yemen) उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इन हमलों की निंदा करने और यमन में युद्धविराम की मांग की है।
हालांकि, अमेरिका और ब्रिटेन ने इन दावों का खंडन किया है। उनका कहना है कि उनके हवाई हमले सटीक थे और इनमें केवल हूती विद्रोहियों को निशाना बनाया गया था।
Yemen: अंतरराष्ट्रीय व्यापार को किया प्रभावित
हूती विद्रोहियों के हमलों के कारण अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा है। (Yemen) लाल सागर की ओर से यात्रा करने वाले कई जहाजों को अफ्रीका के दक्षिणी सिरे के आसपास काफी लंबी यात्रा करनी पड़ रही है, जो काफी महंगा भी पड़ रहा है।
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यमन में 2014 से गृहयुद्ध चल रहा है। हूती विद्रोहियों ने यमन की राजधानी सना और अन्य शहरों पर कब्जा कर लिया है। (Yemen) इस युद्ध में अब तक हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं।
कौन हैं हूती विद्रोही जो कर रहे हैं विरोध?
बता दें कि हूती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन प्राप्त है। 1990 में हुसैन अल हूती इस ग्रुप का गठन किया था। हूतियों ने यमन के तत्कालीन राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उनके शासन के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया था। हूती खुद को अंसार अल्लाह यानी ईश्वर के साथी भी कहते हैं। इस समय हूती विद्रोहियों के निशाने पर वो देश हैं जो इजरायल का समर्थन कर रहे हैं।
हवाई हमलों का यमन में युद्ध पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह अभी कहना मुश्किल है। हालांकि, यह निश्चित है कि इन हमलों से यमन में मानवीय संकट और गहरा हो जाएगा।