Iran Helicopter Crash: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की 19 मई, 2024 को हेलीकॉप्टर हादसे में जान चली गई. उनकी मौत के बाद सवाल उठने लगा कि क्या सच में वह दुर्घटना थी या फिर उसके पीछे कोई साजिश थी? भारत-ईरान के मजबूत होते रिश्तों के लिए अहम कड़ी माने जाने वाली इब्राहिम रईसी के निधन के बाद साजिश से जुड़ी कुछ थ्योरी सामने आईं. आइए, जानते हैं इनके बारे में
Iran Helicopter Crash
इब्राहिम रईसी काफिले के तीन हेलीकॉप्टरों में सबसे अच्छे वाले चॉपर में थे. (Iran Helicopter Crash) फिर खराब मौसम के बीच उनके चॉपर से ही संपर्क क्यों टूटा गया था?
घटना के दौरान आखिरी 15 मिनट के भीतर ऐसा क्या हुआ कि ईरान को राष्ट्रपति तक पहुंचने के लिए 12 घंटे से ज्यादा का समय लगा गया था?
ईरानी राष्ट्रपति की मौत के बाद ऐसे कई सवाल उठे, जिनके जवाब फिलहाल तलाशे जा रहे हैं. इस बीच, साजिश वाली थ्योरी भी सामने आई हैं.
हादसे की वजह खराब मौसम बताया गया पर तकनीकी खामी भी नहीं नकारी जा सकती है. (Iran Helicopter Crash) हम्यूमन एरर (इंसानी गलत) भी होने की आशंका है.
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साजिश की पहली थ्योरी: एक अप्रैल, 2024 को सीरिया के दमिश्क में ईरानी कॉन्सुलेट पर इजरायल ने एयरस्ट्राइक की थी. ईरानी सेना के टॉप कमांडर इसमें मारे गए थे. (Iran Helicopter Crash) हमले के बाद से ईरान बुरी तरह बौखला गया था. जवाब में ईरान ने 13-14 अप्रैल की रात इजरायल पर 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन दागे. हमले के बाद इजरायल ने ईरान को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी तक दे दी थी.
साजिश की दूसरी थ्योरीः ऐसा माना जाता है कि साल 1948 में कई देशों ने इजरायल को मान्यता देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद ईरान अकेला देश था जिसने इजरायल को मान्यता दी थी. 1979 तक दोनों मुल्क एक दूसरे के सहयोगी हुआ करते थे पर इसी साल जब ईरान में इस्लामिक क्रांति आई तो सबकुछ बदल गया.
साजिश की तीसरी थ्योरी: ईरानी मीडिया के हवाले से खबर सामने आई कि अजरबैजान में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद का बड़ा नेटवर्क है और ईरान पर नजर रखने के लिए मोसाद अजरबैजान की जमीन का इस्तेमाल कर रहा था. इब्राहिम रईसी की मौत के बाद हिजबुल्ला की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. कहा गया कि अगर इस घटना के पीछे इजरायल का हाथ है तो वे लोग दुनिया का नक्शा बदल देंगे. पूरे मिडिल ईस्ट में तबाही आ जाएगी.