US With India: भारत के अरुणाचल प्रदेश को चीन अपना बताकर लगातार विवाद करता है, हाल ही में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 30 स्थानों का नाम बदल दिया है. (US With India) चीन इस तरह की हरकतें करके अपने दावे को मजबूत करना चाहता है, लेकिन अमेरिका ने इसपर कड़ी आपत्ति जताई है. भारत भी कई बार कह चुका है कि इस तरह की हरकतें करने से सच्चाई नहीं बदल जाएगी. अब अमेरिका एक बार फिर अरुणाचल मुद्दे पर भारत के साथ आया है.
अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार को कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के उसपार चीन की हरकतों का अमेरिका शख्त विरोध करता है. अमेरिका ने कहा कि एलएसी के उसपार किसी भी तरह के क्षेत्रीय दावे, नागरिक या सैन्य घुसपैठ व अतिक्रमण के एकतरफा प्रयास का अमेरिका दृढ़ता के साथ विरोध करता है. साउथ चाइना के मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, चीन भारत के अरुणाचल प्रदेश को जंगनान कहता है. चीन इस इस इलाके को तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र होने का दावा करता है.
US With India: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्या कहा?
भारत के विदेश मंत्रालय ने जंगनान को बनावटी नाम करार देते हुए इसे ‘मूर्खतापूर्ण’ कहा है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ‘यदि मैं आपके घर का नाम बदलकर अपना कहने लगूं तो क्या वह मेरा हो जाएगा?’ एस जयशंकर ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का था, है और रहेगा. नाम बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ता है.’
डॉ जयशंकर ने कहा कि भारत की सेना एलएसी पर तैनात है. साल 2020 में चीन और भारत की सेना के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इसके बाद से 21 बार सैन्य वार्ता हो चुकी लेकिन कोई हल नहीं निकला. लंबे समय से चीन-भारत के बीच सीमा विवाद चल रहा है. साल 1962 में सीमा विवाद को लेकर ही दोनों देशों के बीच युद्ध हुआ था. (US With India) पिछले महीने अरुणाचल प्रदेश के दौरे के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने एक सुरंग का उद्घाटन किया था, जिसके बाद चीन बौखला गया है.
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चीन ने अमेरिका पर लगाया आरोप
प्रधानमंत्री के अरुणाचल दौरे का चीन ने विरोध जताया था, जिसके बाद अमेरिका ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि ‘अमेरिका अरूणाचल प्रदेश को भारत के प्रदेश के रूप में मान्यता देता है.’ (US With India) इसके बाद चीन ने कहा कि अमेरिका भारत और चीन के बीच में आकर दोनों देशों को लड़ाना चाहता है. अब एक बार फिर अमेरिका भारत के साथ आया है.