US Presidential Election: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार (21 जुलाई) को राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया. उनके इस फैसले के बाद दोबारा से उनके राष्ट्रपति बनने की चर्चाओं पर विराम लग गया. बाइडेन ये ऐलान ऐसे समय पर किया गया, जब रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप उनसे मजबूत कैंडिडेट के रूप में उभरते दिखे. (US Presidential Election) हालांकि, मीडिया में भी बीच में कई बार यही खबरें आ रही थीं कि बाइडेन को हटना चाहिए. तो आखिर जो बाइडेन ने ऐसे समय में चुनाव की रेस से पीछे हटने का फैसला क्यों लिया, पांच पॉइंट में समझें आसानी से.
US Presidential Election: भारी दिख रहे थे डोनाल्ड ट्रंप
प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद डोनाल्ड ट्रंप एक मजबूत कैंडिडेट के रूप में उभरकर आए. इसके बाद से जो बाइडेन की लोकप्रियता थोड़ी कम होने लगी. (US Presidential Election) बची कसर ट्रंप के ऊपर हुए हमले ने कर दी. ट्रंप पर रैली के दौरान गोली चलने के बाद चुनाव एकतरफा सा नजर आ रहा था. इसके बाद से ही बाइडेन पर दबाव बनने लगा.
कमला हैरिस को मिल सकते हैं बाइडेन से ज्यादा वोट
जो बाइडेन ने अभी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम आगे बढ़ाया है. कमला हैरिस को इस समय ट्रंप को टक्कर देने वाला कैंडिडेट माना जा रहा है. 81 वर्षीय बाइडेन ने कहा कि यह फैसला पार्टी के सर्वोत्तम हित में लिया गया है. (US Presidential Election) बाइडेन ने कहा कि वह जनवरी 2025 में अपना कार्यकाल समाप्त होने तक राष्ट्रपति और कमांडर-इन-चीफ के रूप में अपनी भूमिका में बने रहेंगे और इस हफ्ते राष्ट्र को संबोधित करेंगे.
डेमोक्रेट्स भी बना रहे थे दबाव
पार्टी को हार का सामना न करना पड़े, इसलिए डेमोक्रेट्स भी चाहते थे कि जो बाइडेन हट जाएं. इस वजह से भी उन पर दबाव बन रहा था. हालांकि, राष्ट्रपति चुनावों से ठीक 4 महीने पहले पद छोड़ने के विचार के पूरी तरह खिलाफ थे, लेकिन उन्होंने रविवार को वही कहा जो कई डेमोक्रेट सुनना चाहते थे. अमेरिका के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति ने कहा कि मेरा मानना है कि यह मेरी पार्टी और देश के हित में है कि मैं पद छोड़ दूं और अपने कार्यकाल के बाकी समय में राष्ट्रपति के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करूं. वहीं, पार्टी को फंड देने वाले प्रमुख लोगों ने भी लाखों डॉलर वापस लेने की बातें कही थीं. इसलिए उन्होंने डेमोक्रेट्स के बढ़ते विरोध के मद्देनजर यह फैसला लिया.
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अपने खिलाफ सबूत देखे, फिर लिया फैसला
शनिवार रात मामला काफी गर्म हो गया था. राष्ट्रपति बाइडेन ने अपने शीर्ष सलाहकारों स्टीव रिचेट्टी और माइक डोनिलॉन के साथ बैठक बुलाई. रिपोर्ट बताती हैं कि उन्होंने अपने खिलाफ सबूतों पर ध्यान से विचार करने के बाद यह फैसला लिया कि पार्टी के हित में पद छोड़ना ही सही रहेगा. (US Presidential Election) सर्वेक्षणों ने स्पष्ट सबूत दिए थे कि कमला हैरिस बड़े चुनाव में ट्रंप के खिलाफ उनसे बेहतर प्रदर्शन करेंगी.
बाइडेन की उम्र और हेल्थ को लेकर भी कई सवाल उठ रहे थे. ट्रंप भी उनकी मेंटल हेल्थ को लेकर लगातार हमला करते नजर आ रहे थे. पार्टी में इसको लेकर काफी विरोध था, यह भी एक कारण माना जा रहा है. वहीं, हाल में बाइडेन में कोरोना होने की खबर आई, इसने भी डेमोक्रेट्स को चिंता में डाल दिया.