S Jaishankar on ceasefire: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाकर उनकी धार्मिक पहचान पूछकर किए गए जघन्य आतंकी हमले के बाद भारत ने निर्णायक और सख्त कदम उठाए हैं। इस कार्रवाई की गूंज अब दुनिया भर में सुनाई दे रही है। (S Jaishankar on ceasefire) विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूरोप दौरे के दौरान दिए एक साक्षात्कार में ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर विस्तार से जानकारी दी।

S Jaishankar on ceasefire: पाकिस्तान युद्धविराम पर सहमत हुआ
जयशंकर ने कहा कि भारतीय सेना ने जिस प्रकार से सीमापार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, उससे पाकिस्तान की सेना पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई। (S Jaishankar on ceasefire) उन्होंने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई कार्रवाई के बाद ही पाकिस्तान युद्धविराम पर सहमत हुआ। इस सीजफायर समझौते में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कोई प्रत्यक्ष भूमिका नहीं थी।
जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहा
विदेश मंत्री ने यह भी साफ किया कि भारत ने यह कार्रवाई पूरी तरह से अपनी कूटनीतिक और सैन्य क्षमता के बल पर की है। हां, अमेरिका समेत कई अंतरराष्ट्रीय देश भारत के संपर्क में जरूर थे, लेकिन यह फैसला पूरी तरह द्विपक्षीय स्तर पर हुआ। जयशंकर ने कहा कि भारत अब आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम कर रहा है। (S Jaishankar on ceasefire) उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वो ऐसे देशों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएं जो आतंकियों को पनाह और समर्थन देते हैं। गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद देशभर में आक्रोश की लहर थी। इस हमले में मारे गए पर्यटकों की पहचान सिर्फ धर्म के आधार पर की गई थी, जो कि मानवता के खिलाफ एक गंभीर अपराध है। भारत की जवाबी कार्रवाई और कूटनीतिक तेवर अब यह संकेत दे रहे हैं कि आतंक का समर्थन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।