Pakistan Elections: पाकिस्तान ने हाल ही में संपन्न हुए संसदीय चुनाव को अपना आंतरिक मामला बताया है और कहा है कि इस संबंध में उसका हर कदम उसके अपने संवैधानिक दायित्वों के अनुरूप है और किसी बाहरी सलाह से प्रभावित नहीं है।
कई देशों के थिंक टैंक, अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठन और संयुक्त राष्ट्र ने मतदान के दिन आठ फरवरी को कथित अनियमितताओं की निंदा की और साथ ही चुनाव के पूरे नतीजे की घोषणा में की गयी देरी को धांधली करार दिया था।
पाकिस्तान में खंडित जनादेश के कारण अब तक नयी सरकार का गठन नहीं किया गया है (Pakistan Elections) और इस बात की संभावना है कि ताकतवर सेना के परोक्ष समर्थन से यहां एक गठबंधन सरकार का गठन किया जाये।
पिछले सप्ताह देश में हुये आम चुनाव पर वैश्विक प्रतिक्रिया के संबंध में मीडिया के सवाल का जवाब देते हुये विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा कि पाकिस्तान एक लोकतांत्रिक देश है और आम चुनाव में लाखों मतदाताओं ने हिस्सा लिया था।
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उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए थे।” बलोच ने कहा कि पाकिस्तान सरकार चुनाव आयोग के कामकाज का पूरी तरह से सम्मान करती है (Pakistan Elections) और चुनाव परिणामों को स्वीकार करती है।
उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान की लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करेगा।” बलोच ने कहा कि पाकिस्तान चुनाव सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में चुनावों को और अधिक मजबूत बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।
पाकिस्तानी सेना की भूमिका
पाकिस्तान में सेना का राजनीति में दखल रहा है और यह माना जाता है कि सेना किसी भी गठबंधन सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
सेना ने अभी तक चुनाव परिणामों पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन यह माना जाता है कि वह एक ऐसी सरकार का समर्थन करेगी जो उसके हितों का समर्थन करे।
Pakistan Elections: ‘पाकिस्तान में स्थिरता की संभावना नहीं’
इसी तरह की चिंता ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड कैमरन और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मामलों एवं व्यापार विभाग ने भी व्यक्त की थी. इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आईसीआईजे) की एक रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि इन चुनावों की विवादास्पद प्रकृति से 24 करोड़ से अधिक की आबादी वाले देश में स्थिरता आने की संभावना नहीं है. (Pakistan Elections) संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने सोमवार को शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता पर बल देते हुए पाकिस्तान में अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं से चुनाव के बाद की स्थिति को कानूनी तरीकों से समाधान करने का आग्रह किया. हालांकि, राष्ट्रमंडल पर्यवेक्षक मिशन ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में, कुछ अस्पष्ट क्षेत्रों को छोड़कर, समग्र चुनावी प्रक्रिया की स्थिति को संतोषजनक बताया.