India Pakistan: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच अमेरिका ने शांति की अपील की है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शुक्रवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर से फोन पर बातचीत कर दोनों देशों से तनाव कम करने के उपाय तलाशने का आग्रह किया।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता के अनुसार, रुबियो ने बातचीत के दौरान संघर्ष की स्थिति से बचने के लिए रचनात्मक और रचनात्मक वार्ता की शुरुआत में अमेरिका की मदद की पेशकश की। (India Pakistan) यह कूटनीतिक पहल ऐसे समय पर आई है जब पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने शनिवार तड़के भारत के खिलाफ एक सैन्य अभियान शुरू किया, जिसमें उत्तर भारत में मिसाइल डिपो समेत कई सामरिक ठिकानों को निशाना बनाया गया। दोनों देशों के बीच यह टकराव हालिया वर्षों का सबसे गंभीर माना जा रहा है, जिसे पिछले तीन दशकों के सबसे खराब संघर्ष के रूप में देखा जा रहा है। अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि वह क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी संभावित कदम उठाने को तैयार है।

India Pakistan: तटस्थ हैं रूस और चीन
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया में रूस और चीन ने अब तक संतुलित रुख अपनाया है। चीन ने इस स्थिति में पाकिस्तान का नाम लेकर कोई बयान नहीं दिया, जो पाकिस्तान के लिए हैरान करने वाली बात रही। (India Pakistan) वहीं, रूस, जो पहले पाकिस्तान से दूरी बनाए रखता था, अब यूक्रेन युद्ध में उलझा हुआ है और उसने भी इस संघर्ष को लेकर तटस्थ रुख दर्शाया है। हालांकि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच इस मसले पर बातचीत हो चुकी है, जिससे यह संभावना है कि भविष्य में इन देशों का रुख साफ हो सकता है।
पाकिस्तान के खिलाफ खड़े हैं ये देश
ब्राज़ील ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए भारत का परोक्ष समर्थन किया। ब्राज़ील ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उसके रवैये की आलोचना की और दोनों देशों से संयम बरतने की सलाह दी। (India Pakistan) नेपाल ने भी भारत के आतंकवाद विरोधी रुख का समर्थन करते हुए कहा कि किसी भी देश को अपनी ज़मीन आतंकवादियों को नहीं सौंपनी चाहिए, और इसे एक अंतरराष्ट्रीय समस्या मानते हुए शांति की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा, नार्वे ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और भारत की जवाबी कार्रवाई को जायज ठहराया। नार्वे ने दोनों देशों से शांति बनाए रखने और कूटनीतिक रास्ते से हल निकालने की अपील की।