India-Maldives Conflict: भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते सहयोग के बीच, बांग्लादेश ने स्पष्ट कर दिया है कि वह मालदीव को चीन के बढ़ते प्रभाव से बचाने के लिए तैयार है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री अब्दुल मोमेन ने कहा है कि भारत की चिंताओं को बांग्लादेश समझता है और मालदीव को चीन के प्रभाव से बचाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेगा।
मोमेन ने कहा, “हम भारत के साथ हैं और हम मालदीव को चीन के प्रभाव से बचाने के लिए तैयार हैं। (India-Maldives Conflict) हम चिंता नहीं करेंगे कि चीन क्या कहता है या क्या करता है। हम अपनी नीतियां अपने हित में बनाएंगे।”
मोमेन की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब मालदीव में चीन का प्रभाव बढ़ रहा है। मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने हाल ही में चीन के साथ एक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते ने भारत में चिंता पैदा कर दी है, जो मालदीव में अपनी सुरक्षा रुचि को बनाए रखना चाहता है।
मोमेन ने कहा कि बांग्लादेश भारत के साथ मिलकर मालदीव में चीन के प्रभाव को सीमित करने के लिए काम करेगा। उन्होंने कहा, “हम भारत के साथ मिलकर मालदीव में चीन के प्रभाव को सीमित करने के लिए काम करेंगे। (India-Maldives Conflict) हम चीन के विस्तारवादी लक्ष्यों को रोकने के लिए मिलकर काम करेंगे।”
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मोमेन की टिप्पणियों से संकेत मिलता है कि भारत और बांग्लादेश मालदीव में चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने के लिए एकजुट हो गए हैं। इस एकजुटता से क्षेत्रीय सुरक्षा में मदद मिल सकती है।
India-Maldives Conflict: भूटान भी भारत के साथ
भूटान ने भी भारत के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की है। भूटान के विदेश मंत्री तानजिन थोंडुप ने कहा है कि भूटान चीन के विस्तारवादी लक्ष्यों का विरोध करेगा। थोंडुप ने कहा, “भूटान चीन के विस्तारवादी लक्ष्यों का विरोध करेगा। हम भारत के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।” भूटान और भारत के बीच घनिष्ठ संबंध हैं। (India-Maldives Conflict) दोनों देश एक-दूसरे के साथ रक्षा और सुरक्षा सहयोग करते हैं। भारत और उसके पड़ोसियों के बीच बढ़ते सहयोग से क्षेत्रीय सुरक्षा में मदद मिल सकती है।
चीन के सामने नहीं झुकेगा बांग्लादेश
चीन को लेकर पूछे गए एक सवाल पर बांग्लादेशी विदेश मंत्री ने कहा कि बांग्लादेश में चीन का बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं है. चीन एक विकास भागीदार है. वे हमारी कुछ परियोजनाओं में हमारी मदद कर रहे हैं. लेकिन अगर आप देखें कि हमें चीन से जीडीपी के 1 फीसदी से भी कम पैसा मिलता है. (India-Maldives Conflict) इसलिए लोगों को यह डर नहीं होना चाहिए कि बांग्लादेश चीन के नीतियों के आगे झुक जाएगा. इसके अलावा मालदीव की नई पार्टी का झुकाव चीन के पक्ष में ज्यादा है. इसको देखते हुए बांग्लादेश का भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने की बात राहत देने वाली है.
भूटान में जीत से खुश हुए मोदी
(India-Maldives Conflict)भूटान की बात करें तो हाल ही में संसदीय चुनाव हुए, जिसमें भारत समर्थक नेता शेरिंग टोबगे ने जीत हासिल की है. इस पर पीएम मोदी ने शेरिंग टोबगे समेत पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को बधाई दी. मोदी ने पोस्ट करते हुए लिखा कि (भारत-भूटान) के बीच दोस्ती और सहयोग के अनूठे संबंधों को और मजबूत करेंगे. इसके लिए फिर से मिलकर काम करने को उत्सुक हैं. इस तरह से हाल ही में पड़ोसी मुल्कों की जीत ने भारत के लिए संबंधों को मजबूत करने का रास्ता तैयार कर दिया है.