India-Canada Relations: भारत सरकार कनाडा के साथ अपने संबंधों को तनावपूर्ण बनाने के लिए एक कदम उठा सकती है, जिससे कनाडा की अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। (India-Canada Relations) यह कदम भारतीय छात्रों को कनाडा में पढ़ने और काम करने की अनुमति देने पर रोक लगाना हो सकता है।
भारतीय छात्र कनाडा की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं। वे सैकड़ों निजी कॉलेजों को चलाते हैं और वॉलमार्ट, टिम हॉर्टन्स, अमेजन और सुरक्षा कंपनियों को कम वेतन में काम करने वाले मिल जाते हैं। आज कनाडा में इन कंपनियों के अधिकांश फ्रंटलाइन कर्मचारी भारतीय छात्र हैं।

यदि भारतीय छात्र कनाडा जाना बंद कर देंगे तो सैकड़ों निजी कॉलेज बंद हो सकते हैं। (India-Canada Relations) वॉलमार्ट, टिम हॉर्टन्स और अन्य कंपनियों को अपने व्यवसायों को बंद करना पड़ सकता है। इससे कनाडा में बेरोजगारी बढ़ सकती है और अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।
भारत सरकार कनाडा के साथ अपने संबंधों को तनावपूर्ण बनाने के लिए यह कदम क्यों उठा सकती है? इसका एक कारण यह हो सकता है कि कनाडा ने हाल ही में भारत के खिलाफ कई कदम उठाए हैं। (India-Canada Relations) उदाहरण के लिए, कनाडा ने 1985 में एयर इंडिया के विमान में हुए बम विस्फोट में कथित रूप से शामिल रहे दो लोगों को राजनीतिक शरण दी है। कनाडा ने भारत के खिलाफ हथियार निर्यात प्रतिबंध भी लगाए हैं।
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भारत सरकार इन कदमों से नाराज है और वह कनाडा को सबक सिखाना चाहती है। भारतीय छात्रों को कनाडा में पढ़ने और काम करने की अनुमति देने पर रोक लगाना ऐसा ही एक कदम हो सकता है।
इस कदम के संभावित परिणामों से कनाडा की सरकार को चिंता हो सकती है। कनाडा सरकार नहीं चाहेगी कि उसके आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचे। (India-Canada Relations) इसलिए, वह भारत सरकार से बातचीत करने और संबंधों को सामान्य बनाने की कोशिश कर सकती है।

India-Canada Relations: जस्टिन ट्रूडो का भारत पर आरोप
आज से 2 महीना पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 18 सितंबर को हाउस ऑफ कॉमन्स में आरोप लगाया कि निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार के एजेंट थे. जैसे ही पीएम ने ये आरोप लगाए कनाडा ने व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते पर चल रही व्यापार वार्ता को सस्पेंड कर दिया, भारतीय राजनयिक पवन कुमार राय को निष्कासित कर दिया और भारत से निज्जर मामले में जांच में मदद करने को कहा.
हालांकि, भारत ने आरोपों से इनकार किया और 41 राजनयिकों को निष्कासित करके और कनाडा में वीज़ा सेवाओं को रोककर जवाबी कार्रवाई की. तब से पीएम ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारत की कथित भूमिका पर समय-समय पर बयान देकर अपनी आक्रामकता बढ़ा दी है. जबकि, भारत ने बार-बार कहा है कि उसे कनाडा की तरफ से कोई विश्वसनीय सबूत नहीं दिया गया है.