Government True Caller: हम जानते हैं कि सरकार लगातार फर्जी कॉल को रोकने में लगी रहती है। ये कॉल न केवल परेशान करते हैं, बल्कि कई बार धोखाधड़ी का कारण भी बनते हैं। (Government True Caller) इसी सिलसिले को जारी रखते हुए अब सरकार एक स्वदेशी ट्रूकॉलर जैसा ऐप लाने की तैयारी में है। रिपोर्ट की मानें तो ये ऐप आपको कॉलर की असली आईडी की जानकारी देगा।
Government True Caller: 2 साल से CNAP पर काम कर रही है सरकार
आपको बता दें कि सरकार ने 29 नवंबर 2023 को टेलीकॉम नेटवर्क को कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) के बारे में बताते हुए एक सजेशन या परामर्श पत्र जारी किया था।
इसमें ट्राई ने स्टॉकहोल्डर्स से कहा कि वे इस विषय पर टिप्पणी दें। (Government True Caller) इसके बाद इस परामर्श पत्र पर एक मार्च 2023 में एक ओपन हाउस चर्चा की गई थी।
इन इनपुट्स पर दिया गया ध्यान
स्टॉकहोल्डर्स से मिले इनपुट और सेल्फ एनालिसिस के बाद ट्राई ने टेलीकॉम नेटवर्क में कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन को लाने के अपने विचार पर आखरी मुहर लगाई। इसमें कुछ बातों पर जोर दिया गया।
कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) को भारतीय दूरसंचार नेटवर्क में सेवा के रूप में शुरू किया जाना चाहिए।
अपने कस्टमर्स के अनुरोध पर टेलीकॉम प्रोवाइडर्स कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) सेवा दे सकते हैं।
इसमें ये भी बताया गया कि नंबर लेते समय जो डिटेल कस्टमर्स टेलीकॉम कंपनियों को देंगे उसका इस्तेमाल CNAP के लिए किया जाएगा।
कॉलिंग लाइन आइडेंटिफिकेशन (सीएलआई) को आईटीयू अनुशंसा/आईपी पते के E.164 के अनुसार, निर्दिष्ट टेलीफोन नंबर और कॉलिंग नाम पहचान के रूप में समय-समय पर लाइसेंसकर्ता द्वारा अपडेट किया जाना चाहिए।
इसके लिए एक टेक्नोलॉजी मॉडल तैयार किया जाएगा, जो भारतीय दूरसंचार नेटवर्क में CNAP के फंक्शनालिटी को काम करने में मदद करेगा।
इसकी अनुमति के बाद अब भारत में बेचे जाने वाले सभी डिवाइस में CNAP सुविधा देने पर जोर दिया गया है।