Free Trade Agreement: भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) को लेकर चल रही वार्ता का अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है. (Free Trade Agreement) ब्रिटेन के एक अधिकारी ने कहा कि भारत में होने वाले आगामी चुनावों तक इस समझौते को अंतिम रूप नहीं दिया जा सकता है. बीते सप्ताह दोनों देशों के बीच में 14वें दौर की बातचीत शुरू हुई थी.
रायटर्स के अनुसार, भारत और ब्रिटेन 2 साल से मुक्त व्यापार समझौते को लेकर रुक-रुककर बातचीत कर रहे हैं. दोनों देश 2024 में चुनाव कराने के लिए तैयार हैं. (Free Trade Agreement) भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मई महीने में होने वाले चुनाव में अपने तीसरे कार्यकाल के लिए तैयार हैं. चुनाव की तारीखों की आज घोषणा होने की उम्मीद है.
ब्रिटेन के अधिकारी ने कहा कि भारत में होने वाले चुनावों के कारण मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावना कम है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अभी भी सहमति नहीं बन पाई है.
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Free Trade Agreement: मोदी और सुनक जता चुके हैं प्रतिबद्धता
एफटीए वार्ता को लेकर एक ब्रिटिश अधिकारी ने कहा, ‘कोई भी पक्ष बातचीत से दूर नहीं जा रहा है. समझौते को अंतिम रूप देने के लिए जिस स्तर तक हमको अपनी बातचीत स्पष्ट करनी है, अभी वहां तक हम नहीं पहुंचे हैं.’ इस सप्ताह की शुरुआत में पीएम मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अपने नए व्यापार समझौते को लेकर अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि कर चुके हैं. इसको लेकर ब्रिटिश मंत्रियों ने कहा है कि इसे सही होने में समय लगेगा.
ब्रिटिश अधिकारी ने क्या कहा?
ब्रिटिश अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, ‘ब्रिटेन इस बात को लेकर बिल्कुल स्पष्ट है कि हम तब तक किसी समझौते पर सहमत नहीं होंगे जब तक कि हम वस्तुओं, सेवाओं और निवेश पर सही नतीजे पर नहीं पहुंच जाते.’ पिछले हफ्ते 14वें दौर की बातचीत के दौरान अनुमान जताया जा रहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले भारत और ब्रिटेन एफटीए पर हस्ताक्षर कर सकते हैं.
बता दें कि इसी सप्ताह की शुरुआत में भारत ने यूरोपीय देशों- स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन के एक समूह के साथ भी मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके तहत स्विट्जरलैंड से नई दिल्ली को अगले 15 वर्षों में 100 अरब डॉलर का निवेश प्राप्त होगा.