France: फ्रांसीसी रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू ने गुरुवार को कहा कि फ्रांस भी यूक्रेन के महत्वपूर्ण खनिज भंडार तक पहुंच की मांग कर रहा है और इसको लेकर महीनों से बातचीत जारी है। (France) उनके इस बयान से संकेत मिलता है कि इस दौड़ में अमेरिका ही नहीं, बल्कि फ्रांस भी शामिल है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की कल व्हाइट हाउस में अमेरिका के साथ एक खनिज समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को इसकी घोषणा की।

France: ‘खनिज आपूर्ति को विविध बनाना मकसद’
लेकोर्नू ने ‘फ्रांस इन्फो’ को बताया कि फ्रांस भी यूक्रेन के साथ चर्चा कर रहा है, जिसका मकसद अमेरिका की तरह ही महत्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति को विविध बनाना है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि फ्रांस किन खनिजों की मांग कर रहा है। (France) यूक्रेन ने अमेरिका को धरती के विभिन्न दुर्लभ खनिजों की आपूर्ति करने की पेशकश की है, जिसमें बैटरियों के लिए लिथियम और परमाणु उर्जा, चिकित्सा उपकरण और हथियारों के लिए यूरेनियम शामिल हैं।

फ्रांस के रक्षा मंत्री ने आगे कहा, ‘हम अपने देश की जरूरतों के लिए इस मुद्दे पर बात कर रहे हैं। हमारे रक्षा उद्योग को आने वाले वर्षों में कुछ कछ कच्चे माल तक पहुंच की जरूरत होगी।’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उन्हें (यूक्रेन के साथ) चर्चा शुरू करने का निर्देश दिया था। लेकोर्नू ने कहा कि उन्होंने अपने यूक्रेनी समकक्ष के साथ सीधे बातचीत की है, ताकि दुर्लभ खनिजों के स्रोत वाले देशों की संख्या बढ़ाई जा सके। उन्होंने आगे कहा, ‘हमें इसे विविध बनाना होगा। इमैनुएल मैक्रों ने मुझसे कहा है कि मैं भी यूक्रेनियों के साथ चर्चा शुरू करूं…मैं अक्तूबर से ऐसा कर रहा हूं।’
उन्होंने कहा कि फ्रांस यूक्रेन से खनिज खरीद सकता है और इसे उन अरबों यूरो (डॉलर) की सैन्य और अन्य मदद के बदले नहीं देख रहा है, जो पेरिस ने रूस के आक्रमण के खिलाफ यूक्रेनी रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए प्रदान की है।