Budaun Case: बरेली से पकड़ा गया दूसरा आरोपी जावेद, बदायूं में दो मासूम बच्चों की निर्मम हत्या का अब खुलेगा राज
बदायूं में 14 मार्च को दो मासूम बच्चों की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। 21 मार्च को बरेली से दूसरे आरोपी जावेद को गिरफ्तार कर लिया गया।
यह घटना 14 मार्च को बदायूं के मंडी समिति पुलिस चौकी के पास स्थित बाबा कॉलोनी में हुई थी। (Budaun Case) ठेकेदार विनोद कुमार के दो बेटे आयुष (13) और आहान (6) की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में पहले ही मुख्य आरोपी साजिद को एनकाउंटर में मार गिराया था।
पुलिस के मुताबिक, जावेद और साजिद विनोद कुमार के पड़ोसी थे। दोनों आरोपियों ने विनोद से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। जब विनोद ने रंगदारी देने से मना कर दिया तो उन्होंने उसके बच्चों की हत्या कर दी। (Budaun Case) जावेद की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि इस मामले का राज पूरी तरह से खुल जाएगा। पुलिस जावेद से पूछताछ कर रही है।
Budaun Case: मुलाकात के लिए आया और ऊपर ले जाकर मार डाला
साजिद रात आठ बजे अपने दो साथियों के साथ आया तो संगीता उनके लिए चाय बनाने अंदर को चली गईं। तभी साजिद उनके दो बेटों आयुष और अहान को अपने साथ ऊपर ले गया। साथ ही, पीयूष से पानी लाने के लिए कहा। जब तक वह पानी लेकर ऊपर पहुंचा तब तक साजिद ने धारदार हथियार से आयुष और अहान की हत्या कर दी। (Budaun Case) सामने आए पीयूष पर भी चाकू से वार किया तो वह चीखता हुआ नीचे भागा। पीयूष के पीछे साजिद भी दौड़ा तो यह देख मां ने शोर मचाया। शोर सुनकर आसपास के लोग दौड़े और मां-बेटे को बाहर खींचकर दरवाजा बंद कर दिया।
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आरोपी की दुकान के साथ, चार दुकानें फूंकी
सूचना पर पहुंची पुलिस साजिद की तलाश में जुट गई। इस बीच आसपास के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए। नृशंस हत्या देख उनका गुस्सा बढ़ने लगा। इधर आक्रोशित भीड़ ने साजिद की दुकान तोड़कर सामान निकाला और सड़क पर रखकर फूंक दिया। आसपास के चार दुकानों को आग के हवाले कर दिया।
बुधवार को मृतक बच्चों के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी साजिद और उसके भाई जावेद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में लिखा है कि “आरोपी साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि उसे पैसे चाहिए क्योंकि उसकी पत्नी बच्चे को जन्म देने वाली है। (Budaun Case) जब वह पैसे लेने के लिए अंदर गई, तो उसने कहा कि वह अस्वस्थ महसूस कर रहा है और छत पर टहलने जाना चाहता है और मेरे बेटों (मृतक) को अपने साथ ले गया।
उसने अपने भाई जावेद को भी छत पर बुला लिया। जब मेरी पत्नी लौटी तो उसने साजिद और जावेद को हाथों में चाकू लिए देखा। साजिद ने मेरे जीवित बेटे पर भी हमला करने की कोशिश की और उसे चोटें आईं। दोनों भाग रहे थे और साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि आज उसने अपना काम पूरा कर लिया है।