Zelensky India Criticism: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने भारत समेत कुछ देशों पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जिन देशों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आवास पर कथित ड्रोन हमले की निंदा की, उन्होंने यूक्रेन में बच्चों और आम नागरिकों पर हो रहे हमलों को लेकर कभी खुलकर कुछ नहीं कहा। जेलेंस्की के मुताबिक यह रवैया न केवल भ्रमित करने वाला है, बल्कि नैतिक रूप से भी गलत है।
Zelensky India Criticism: ड्रोन हमले के दावे को यूक्रेन ने बताया झूठा
रिपोर्ट के अनुसार, एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेलेंस्की ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पुतिन के आवास पर यूक्रेन की ओर से किसी भी तरह का ड्रोन हमला नहीं किया गया। (Zelensky India Criticism) उन्होंने कहा कि भारत, यूएई और कुछ अन्य देशों ने जिस घटना की निंदा की, वह वास्तव में हुई ही नहीं। जेलेंस्की ने सवाल उठाया कि जब रूस लंबे समय से यूक्रेनी नागरिकों, खासकर बच्चों पर हमले कर रहा है, तब इन देशों की ओर से ऐसी कोई कड़ी प्रतिक्रिया क्यों नहीं देखने को मिली।
पीएम मोदी का बयान क्या था?
रूस ने 29 दिसंबर को दावा किया था कि यूक्रेन ने 91 ड्रोन के जरिए नोवगोरोड क्षेत्र में स्थित राष्ट्रपति पुतिन के आवास को निशाना बनाने की कोशिश की। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वह राष्ट्रपति पुतिन के आवास को निशाना बनाए जाने की खबरों से “बहुत चिंतित” हैं। (Zelensky India Criticism) उन्होंने यह भी कहा कि चल रहे राजनयिक प्रयास ही दुश्मनी खत्म करने और शांति हासिल करने का सबसे बेहतर रास्ता हैं, और सभी पक्षों से ऐसे कदमों से बचने का आग्रह किया जो शांति प्रयासों को कमजोर कर सकते हैं।
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यूक्रेनी विदेश मंत्री का कड़ा रुख
इससे पहले यूक्रेन के विदेश मंत्री एंडी सिबिहा ने भी भारत, यूएई और पाकिस्तान की प्रतिक्रियाओं पर निराशा जताई थी। (Zelensky India Criticism) उन्होंने कहा कि रूस ने कथित ड्रोन हमले को लेकर अब तक कोई विश्वसनीय सबूत पेश नहीं किया है और ऐसा कोई हमला हुआ ही नहीं। सिबिहा ने आरोप लगाया कि रूस इस तरह के दावों के जरिए शांति वार्ता को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहा है।
तनाव और कूटनीति के बीच बढ़ता विवाद
कुल मिलाकर, इस मुद्दे ने एक बार फिर यूक्रेन युद्ध के बीच अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं और कूटनीतिक संतुलन पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जहां अलग-अलग देशों के बयानों को लेकर यूक्रेन खुलकर असंतोष जता रहा है।
