Zelensky India Visit: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल है, जो दोनों पक्षों के बीच संतुलन बनाए रखने में सफल रहा है। इस संतुलन का एक स्पष्ट उदाहरण यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युद्ध की स्थिति के बीच दोनों देशों रूस और यूक्रेन का दौरा किया। (Zelensky India Visit) अब खबरें आ रही हैं कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हाल ही में भारत दौरे के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की भी जनवरी 2026 में भारत आ सकते हैं।
कई हफ्तों से इस यात्रा को लेकर बातचीत
रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय और यूक्रेनी अधिकारी पिछले कई हफ्तों से इस यात्रा को लेकर बातचीत कर रहे हैं। भारत ने पुतिन की यात्रा से पहले ही यूक्रेन से इस मामले में संपर्क किया था। (Zelensky India Visit) जेलेंस्की की यात्रा विशेष महत्व की है क्योंकि यह भारत की उस भूमिका को दर्शाती है, जिसमें वह दोनों पक्षों के बीच विश्वास और संतुलन बनाए रखता है। पुतिन और जेलेंस्की दोनों ही कह चुके हैं कि भारत इस युद्ध को समाप्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
Zelensky India Visit: आधिकारिक घोषणा अभी बाकी
हालांकि, जेलेंस्की की भारत यात्रा की आधिकारिक घोषणा कई कारकों पर निर्भर करेगी। इसमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की शांति योजना की प्रगति, युद्धक्षेत्र की स्थिति और जेलेंस्की की घरेलू राजनीतिक परिस्थितियां शामिल हैं। (Zelensky India Visit) उल्लेखनीय है कि राजनीतिक संबंध स्थापित होने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति पहले भी भारत आ चुके हैं। 1992, 2002 और 2012 में। वहीं, पीएम मोदी पिछले वर्ष यूक्रेन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने।
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रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत का योगदान
भारत का रूस-यूक्रेन युद्ध पर रुख हमेशा संतुलित और तटस्थ रहा है। देश ने किसी पक्ष का खुलकर समर्थन किए बिना शांति, संवाद और दोनों देशों की संप्रभुता का सम्मान करने पर जोर दिया। (Zelensky India Visit) प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में पुतिन से कहा कि भारत इस युद्ध में तटस्थ नहीं है, बल्कि शांति और समाधान के पक्ष में खड़ा है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी दोहराया कि हिंसा को रोकना आवश्यक है और कूटनीति ही एकमात्र रास्ता है। भारत शांति बहाली और युद्ध के समाधान में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।
