By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
नौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरेंनौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरेंनौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरें
  • विदेश
  • मनोरंजन
  • स्पोर्ट्स
  • राजनीति
  • जीवन शैली
  • प्रौद्योगिकी
Search
  • About
  • Contact
  • Privacy Policy
© 2025 naudunia.com
Reading: Tribal: भारत में आदिवासियों को ‘अनुसूचित जनजाति’ क्यों कहा जाता है?:
Share
Sign In
Notification Show More
Aa
नौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरेंनौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरें
Aa
  • विदेश
  • मनोरंजन
  • स्पोर्ट्स
  • राजनीति
  • जीवन शैली
  • प्रौद्योगिकी
Search
  • विदेश
  • मनोरंजन
  • स्पोर्ट्स
  • राजनीति
  • जीवन शैली
  • प्रौद्योगिकी
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
नौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरें > News > ताज़ा खबरें > Tribal: भारत में आदिवासियों को ‘अनुसूचित जनजाति’ क्यों कहा जाता है?:
ताज़ा खबरें

Tribal: भारत में आदिवासियों को ‘अनुसूचित जनजाति’ क्यों कहा जाता है?:

News Desk
Last updated: 2024/05/02 at 10:49 पूर्वाह्न
News Desk
Share
6 Min Read
SHARE

Tribal: संयुक्त राष्ट्र संघ की एक रिपोर्ट के अनुसार पूरी दुनिया में आदिवासियों की कुल जनसंख्या 48 करोड़ के आसपास है. वहीं इसका लगभग 22 प्रतिशत आदिवासी भारत देश में रहते हैं.

Contents
Tribal: आदिवासी यानी ST होते कौन हैं?क्यों कहा जाता है अनुसूचित जनजातिसंविधान में अनुसूचित जनजातियों के लिए प्रमुख प्रावधानराजनीति में अनुसूचित जनजाति के लिए क्याभारत में अनुसूचित जनजातियों की आबादीझारखंड की अनुसूचित जनजाति के बारे में भी जान लीजिए

भारत में आदिवासियों को ‘अनुसूचित जनजाति’ कहा जाता है. (Tribal) इतना ही नहीं हमारे देश के इतिहास में कई ऐसे संघर्ष और सत्याग्रह दर्ज हैं जिसमें आदिवासी समुदाय ने जल, जंगल, जमीन को आबाद करने में अपना योगदान दिया है. उदाहरण के तौर पर झारखंड को ही ले लीजिये. इस राज्य में जल, जंगल, जमीन को आबाद करने का आदिवासी-मूलवासी किसान समुदाय का अपना गौरवशाली इतिहास है.

ऐसे में एक सवाल ये उठता है कि आखिर भारत में आदिवासियों को ‘अनुसूचित जनजाति’ क्यों कहा जाता है और ये आदिवासी होते कौन हैं?

Tribal: आदिवासी यानी ST होते कौन हैं?

आदिवासी को वनवासी, गिरिजन, मूलनिवासी, देशज, स्वदेशी जैसे कई नामों से जाना जाता है. आदिवासी शब्द का मतलब होता है ऐसे लोग जो काफी शुरुआत से ही यहां रह रहे हों. ऐसे लोगों को सरकारी और कागज़ी तौर पर अनुसूचित जनजाति भी कहा जाता है.

- Advertisement -

आमतौर पर अनुसूचित जनजातियां यानी एसटी समूह मुख्यधारा के समाज से काफी अलग थलग रहते हैं. (Tribal) आदिवासियों का समाज और इनके रीति-रिवाज तक आम लोगों से काफी अलग होते हैं.

image 17

आदिवासी समाज अपने अलग नियम- कानून बनाते हैं और उसे ही मानते भी हैं. इस समुदाय की खास बात ये है कि ये किसी भगवान को नहीं मानते, उनके लिए प्रकृति ही सब कुछ है. आमतौर पर आदिवासी समाज जंगलों और पहाड़ों में रहते हैं.

भारत के आदिवासी समुदाय की बात की जाए तो यहां कुल कुल 705 आदिवासी समुदाय हैं जो सरकारी तौर पर एसटी यानी अनुसूचित जनजातियों के रूप में लिस्टेड है. साल 2011 में हुए जनगणना के अनुसार, भारत में आदिवासियों की कुल आबादी 10.43 करोड़ के करीब है. यह देश की कुल आबादी का 8% से ज्यादा है. इनमें से कुछ ज्यादातर आदिवासी समुदाय छत्तीसगढ़ तो कुछ झारखण्ड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, गुजरात, राजस्थान में रहते हैं.

image 18

क्यों कहा जाता है अनुसूचित जनजाति

भारत के संविधान में आदिवासियों को अनुसूचित जनजाति यानी एसटी कैटेगरी की मान्यता दी गई है. ‘अनुसूचित’ शब्द एक विशिष्ट सूची या अनुसूची में उनके शामिल होने का प्रतीक है, जो इस समुदाय के लोगों को संवैधानिक सुरक्षा उपाय, सुरक्षा और सकारात्मक कार्रवाई प्रदान करता है.

संविधान में अनुसूचित जनजातियों के लिए प्रमुख प्रावधान

भारत के संविधान में अनुसूचित जनजातियों के उत्थान के लिए कई विशेष प्रावधान हैं. इनमें विधायी निकायों, शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी नौकरियों में सीटों का आरक्षण शामिल है. (Tribal) इन प्रावधानों का लक्ष्य आदिवासी समुदायों के लिए प्रतिनिधित्व, अवसर और सकारात्मक कार्रवाई प्रदान करना है.

पांचवीं अनुसूची: भारत के संविधान की पांचवीं अनुसूची अनुसूचित क्षेत्रों और अनुसूचित जनजातियों के प्रशासन और नियंत्रण से संबंधित है. यह अनुसूची जनजातीय सलाहकार परिषदों की नियुक्ति, जमीन और संसाधनों पर जनजातीय अधिकारों की सुरक्षा और जनजातीय भूमि के हस्तांतरण के विनियमन का प्रावधान करता है.

छठी अनुसूची: संविधान की छठी अनुसूची देश के पूर्वोत्तर राज्यों जैसे- असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम के आदिवासी क्षेत्रों के प्रशासन से संबंधित है. यह अनुसूची इन क्षेत्रों में आदिवासी समुदायों के हितों की रक्षा और विकास को बढ़ावा देने के लिए विधायी और कार्यकारी शक्तियों के साथ स्वायत्त जिला परिषदों की स्थापना करता है.

वन अधिकार अधिनियम: यह अधिनियम आदिवासियों सहित वन-निवास समुदायों के उनकी पैतृक भूमि और संसाधनों पर अधिकारों को मान्यता देता है.

राजनीति में अनुसूचित जनजाति के लिए क्या

अनुच्छेद 330 और 332: इन दोनों अनुच्छेद में लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए सीटों के आरक्षण की बात कही गई है.

अनुच्छेद 243 डी: सीटों का आरक्षण (पंचायतों में) सुरक्षा उपायों की निगरानी के लिए एजेंसी

भारत में अनुसूचित जनजातियों की आबादी

साल 2011 की जनगणना के मुताबिक भारत में फिलहाल अनुसूचित जनजातियों की आबादी 10.45 करोड़ है. (Tribal) तो केवल झारखंड में आदिवासियों की कुल जनसंख्या 86,45,042 है.

झारखंड की अनुसूचित जनजाति के बारे में भी जान लीजिए

झारखंड में वर्तमान में कुल 32 जनजातियां हैं, जिनमें से 24 प्रमुख जनजातियों की श्रेणी में हैं. (Tribal) अन्य आठ को आदिम जनजातियों की कैटेगरी में रखा गया है. इन आठ जनजातियों में बिरहोर, बिरजिया, सौरिया पहाड़िया, माल पहाड़िया, कोरवा, असुर, परहिया और सबर शामिल हैं.

झारखंड अनुसूचित जनजाति की आबादी के हिसाब से भारत में छठे स्थान पर है. यहां कुल आदिवासी आबादी की 8.3% संख्या रहती है.

2011 के जनगणना के अनुसार झारखंड में आदिवासियों की संख्या 86,45,042 है, जो कि राज्य की कुल आबादी का 26.2 प्रतिशत है. (Tribal) इसमें आदिम जनजाति 1,92,425 हैं, जो कि कुल आबादी का 0.72 फीसदी है.

साल 1951 की बात की जाए तो उस वक्त अविभाजित बिहार में आदिवासियों की संख्या 36.02% थी. यानी साल 2011 की जनगणना में आदिवासी की आबादी में 10% गिरावट आयी है.

You Might Also Like

Amitabh Bachchan: ऋषभ शेट्टी ने अतिमाभ बच्चन को बर्थे-डे पर दिया ऐसा गिफ्ट, जिसे सुन उड़ जाएंगे होश

Bharti Singh Second Pregnancy: भारती सिंह ने अपने होने वाले बेबी का कराया जेंडर चेक? गर्ल या बॉय जानिए क्या चाहती हैं कॉमेडियन

India Slammed Pakistan On UNGA: ‘पाखंडी’ पाकिस्तान! UNGA में भारत ने लगाई तगड़ी लताड़, कहाः अफगान बच्चों की हत्या के लिए Pak जिम्मेदार

India-US: ट्रंप ने Pak को दुनिया के सामने किया बेइज्जत, शहबाज के सामने ही करने लगे भारत की तारीफ, फिर…

Donald Trump: अब इस जंग को रुकवाने जा रहे ट्रंप! भारत-पाकिस्तान समेत 8 जंग सुलझाने का दावा, बोले- मैं सीजफायर का मास्टरमाइंड

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.

By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article Telangana Heatwave: तेलंगाना में हीटवेव को लेकर एडवाइजरी जारी, 18 जिलों में येलो अलर्ट, 44 डिग्री की गर्मी करेगी ‘टॉर्चर’
Next Article Covishield Vaccine: कोरोना वैक्सीन पर विवाद, वाराणसी के जिम में युवक की मौत, देखें Video
Leave a comment Leave a comment

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Latest News

Exploring the Realm of Skycrown Casino Online Adventures
Blog 32 मिनट ago
Book of Ra von Novomatic classic platinum pyramid Spielautomat Spielautomaten bei keramiken reibungslos Verbunden Aufführen
Blog 4 घंटे ago
Spielbank Prämie exklusive Einzahlung 2025: Nachfolgende besten No Ihr Domainname Frankierung Boni
Blog 4 घंटे ago
11 Für nüsse, 200percent Nordicasino Provision Casinospiele echtes Geld abzüglich Einzahlung
Blog 4 घंटे ago
Gebührenfrei 2025 Kein Einlagen Casino cobber casino Casino Freispiele Exklusive Einzahlung Neue Traktandum Liste
Blog 4 घंटे ago
Gorilla Kingdom Online Pharaons Gold III Casino -Spiel Aufführen, Casino Provision Bei Netent WordPress
Blog 4 घंटे ago
नौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरेंनौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरें
Follow US
© 2025 All Rights Reserved.
  • Home
  • Privacy Policy
  • Contact
  • About
adbanner
AdBlock Detected
Our site is an advertising supported site. Please whitelist to support our site.
Okay, I'll Whitelist
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?