Sitapur: बिसवां (सीतापुर)। निकटवर्ती गांव मवासेपुर में गुरुवार से प्रारम्भ हो रही द्वितीय श्री विष्णु महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत कथा के अवसर पर गुरुवार को सैकड़ों पीतवस्त्र धारी महिलाओं, बालिकाओं, पुरुषों ने गांव से लगभग चार किलोमीटर दूर बह रही पतित पावनी केवानी नदी के तट पर जाकर कलशों में जल भरकर कलशों को सिर पर रखकर पैदल वापस गांव में बने यज्ञ मण्डप तक पहुंचे। एक समय पूरा वातावरण पीले रंग से सराबोर हो गया। (Sitapur) महिलाओं, बालिकाओं, पुरुषों और बच्चों सभी ने ज्यादातर पीला वस्त्र ही धारण कर रखा था।अबीर गुलाल लुटाते नाचते गाते चल रहे थे कलश यात्रा में शामिल लोग।
गाजे बाजे के साथ जयघोष करते हुए यात्रा यज्ञ मण्डल में वापस पहुंची जहां द्वारिका त्रिमुलय आंध्र प्रदेश गुरुकुल से पधारे यज्ञाचार्य विकास कुमार मिश्र एवं तपोवन आश्रम मुजेहना से आये पंडित शिव कुमार मिश्र ने कलशों का वैदिक विधान से पूजन कराया। कलशयात्रा में दर्जनों ट्रैक्टर ट्रालियां भी शामिल हुईं। (Sitapur) इस अवसर पर कथा व्यास आचार्य कमलेश कुमार पाण्डेय सहित सैकड़ों धर्मप्रेमी श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे।
Sitapur: यज्ञ एवं कथा में शामिल होने का आग्रह
यज्ञ एवं कथा के आयोजकों ने सभी धर्मप्रेमी भक्तों से यज्ञ एवं कथा में शामिल होने का आग्रह किया है। (Sitapur) उन्होंने कहा कि यह यज्ञ एवं कथा सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाएगा।
यह कलश यात्रा मवासेपुर गांव में एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन था। इस आयोजन ने गांव में धार्मिक वातावरण का निर्माण किया और लोगों में भक्ति भावना को जागृत किया।