Sheikh Hasina News: बांग्लादेश इस समय भारी राजनीतिक तनाव से गुजर रहा है। अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) का बहुप्रतीक्षित फैसला आने से ठीक एक दिन पहले हालात और गंभीर हो गए हैं। फैसले से पहले ही शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग ने पूरे देश में ‘पूर्ण बंद’ का ऐलान कर दिया है। (Sheikh Hasina News) गौरतलब है कि अंतरिम यूनुस सरकार ने पहले से ही आवामी लीग की राजनीतिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा रखा है, इसलिए बंद की घोषणा सोशल मीडिया और अलग-अलग स्थानों से जारी संदेशों के जरिये की जा रही है।
Sheikh Hasina News: हाई अलर्ट के बीच धमाकों से दहशत
देश में हाई अलर्ट जारी है। सुरक्षा एजेंसियां हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैनात कर दी गई हैं। राजनीतिक माहौल इतना तनावपूर्ण हो चुका है कि राजधानी ढाका में रविवार शाम को अलग-अलग इलाकों से देसी बम धमाकों की खबरें भी आईं। रात करीब 9 बजे अंतरिम सरकार की सलाहकार सैयदा रिजवाना हसन के घर के बाहर दो देसी बम फटे। इसके अलावा कारवां बाजार इलाके में भी एक धमाका हुआ। (Sheikh Hasina News) सौभाग्य से किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (DMP) के आयुक्त शेख मोहम्मद सज्जाद अली ने साफ कहा है कि कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वाले, खासकर पुलिस पर हमला करने वालों पर सीधी कार्रवाई की जाएगी। हिंसा की स्थिति में गोली चलाने तक के आदेश जारी किए गए हैं। फैसले से ठीक पहले राजधानी में सुरक्षा का स्तर और बढ़ा दिया गया है।
शेख हसीना पर गंभीर आरोपों वाले मामले में आज आएगा बड़ा फैसला
सोमवार को ICT उस अहम मामले पर फैसला सुनाएगा जिसमें शेख हसीना, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जामान खान कमाल, और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल–मामुन पर गंभीर आरोप लगे हैं। यह मामला जुलाई–अगस्त 2024 में हुए छात्र-नेतृत्व वाले बड़े विरोध प्रदर्शनों से जुड़ा है, जिनमें देशभर में हिंसा और टकराव हुए थे। (Sheikh Hasina News) आरोप है कि इन घटनाओं के दौरान मानवता के खिलाफ अपराध हुए। हालांकि शेख हसीना इन सभी आरोपों को राजनीतिक साजिश बताते हुए लगातार खारिज करती रही हैं। इस मामले पर बहस 23 अक्टूबर को पूरी हुई थी।
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बंद के बाद ढाका में सन्नाटा
इधर बंद की घोषणा के बाद रविवार को ढाका समेत कई शहरों का माहौल पूरी तरह बदल गया। आमतौर पर भीड़ से भरी रहने वाली सड़कें लगभग खाली दिखीं। कई दुकानें देर से खुलीं, वहीं बड़ी संख्या में लोग घर से बाहर निकलने से हिचकते दिखे। राजनीतिक अनिश्चितता और सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए आम जनता में भी डर और चिंता का माहौल बना हुआ है। आवामी लीग का कहना है कि प्रतिबंधों के बीच भी उनका संघर्ष जारी रहेगा और वे “लोकतांत्रिक अधिकारों की बहाली” तक आंदोलन करते रहेंगे। (Sheikh Hasina News) इसी बीच शेख हसीना ने पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए भावनात्मक ऑडियो संदेश भेजा है, जिसमें उन्होंने समर्थकों से सड़कों पर शांतिपूर्ण लेकिन मज़बूत आंदोलन जारी रखने की अपील की है। अब नजरें सोमवार पर टिकी हैं जब अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण अपना फैसला सुनाएगा। फैसले से बांग्लादेश की राजनीति पर बड़ा असर पड़ना तय माना जा रहा है, और इसी वजह से देशभर में चिंता और तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
