Russia Ukraine War : यूक्रेन और रूस के हालात अब काफी गर्म हो गए हैं. खासतौर पर दो दिन पहले जब यूक्रेन ने रूस की रिहायशी इमारत पर हमला किया था, तब से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन काफी नाराज हैं. इसका बदला लेने के लिए उन्होंने यूक्रेन के कई शहरों पर हमला भी किया. रूस ने 236 ड्रोन दागे, जिनमें से 200 से ज्यादा टारगेट पर जाकर लगे. (Russia Ukraine War) मीडिल ईस्ट के जानकार अब मान रहे हैं कि अगर पुतिन को गुस्सा आ गया तो यूक्रेन को कोई नहीं बचा पाएगा, क्योंकि यूक्रेन ने सारातोव की रिहायशी इमारत पर अमेरिका में हुए 9/11 जैसा ड्रोन हमला किया था. बस इसी बात से भड़के पुतिन ने यूक्रेन पर गोलों की बारिश कर दी. यूक्रेन की सेना ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र पर भी कब्जा किया है. एक्सपर्ट मान रहे हैं कि रूस किसी वजह से चुप बैठा है, अगर वह जिद पर आ गया तो यूक्रेन को भारी नुकसान हो सकता है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की जब तक अमेरिका और बाकी देशों से मदद मांगेंगे, तब तक कई शहर बर्बाद हो जाएंगे. डिफेंस ए्क्सपर्ट्स का मानना है कि पुतिन कंट्रोल्ड न्यूक्लियर हथियारों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे पहले भी जब यूक्रेन पर हमला किया गया था, तब रूस ने यूक्रेन की बिजली सप्लाई तक ध्वस्त कर दी थी. गैस सप्लाई स्टेशन उड़ा और रेलवे सेवा भी बाधित हुई.
Russia Ukraine War: यूक्रेन ने कर दी बड़ी गलती!
हाल फिलहाल में ही खबर आई थी कि यूक्रेन की सेना ने रूस के कई इलाकों में घुसपैठ की. वहां कब्जा तक कर लिया, जिसकी वजह से रूस को अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी तक जारी करनी पड़ी. Russia Ukraine War) कुछ लोग यूक्रेनी सेना के कुर्स्क इलाके में कब्जा जमाने को हिम्मत मान रहे हैं तो कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि यूक्रेन ने यह काम करके गलती कर दी. इससे युद्ध और ज्यादा भड़क उठेगा. कुछ एक्सपर्ट इसलिए भी गलती मान रहे हैं कि कुर्स्क पर हमला करने के चक्कर में यूक्रेन ने अपने 4400 सैनिक खो दिए. 65 टैंक समेत दुनियाभर के हथियार वहीं पर लगे हैं.
रूस भी फिलहाल दुविधा में फंसा
यूक्रेनी सेना को अपने देश में देखकर रूस भी फिलहाल दुविधा में है, उसे नहीं पता कि वह पहले डोनबास को बचाए या कुर्स्क ओब्लास्ट को, क्योंकि वहा यूक्रेनी सेना का कब्जा मजबूत हो गया है. (Russia Ukraine War) रूस को अपने इलाके बचाने के लिए पूरी ताकत झोंकनी पड़ेगी. एक्सपर्ट मान रहे हैं कि रूस के पास हवाई लड़ाई लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि जमीन पर लड़ाई लड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी.