Pakistan: पाकिस्तान एक बार फिर कश्मीर के मुद्दे पर भारत को घेरने की कोशिश कर रहा है। हाल ही में, पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाया और मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाया। (Pakistan) इस पर तुर्की ने भी टिप्पणी की। भारत ने तुर्की को कड़े शब्दों में जवाब देते हुए कहा कि “किसी भी देश को हमारे आंतरिक मामलों में दखल देने की आवश्यकता नहीं है, हम कश्मीर के लिए जो करना चाहिए, हम कर रहे हैं।”
इस मुद्दे पर, पाकिस्तान की जनता भारत के साथ खड़ी नजर आ रही है। (Pakistan) प्रसिद्ध पाकिस्तानी यूट्यूबर शोएब चौधरी ने पाकिस्तान की जनता से भारत-पाकिस्तान और कश्मीर के मुद्दे पर सवाल किए। इस दौरान, पाकिस्तान की जनता ने जो कहा, वह विचार करने योग्य है।
एक पाकिस्तानी नागरिक ने कहा कि अगर कश्मीर का बॉर्डर खोल दिया जाए तो कश्मीर का एक भी व्यक्ति पाकिस्तान नहीं आएगा, क्योंकि आज कश्मीर में खुशहाली है। (Pakistan) वहीं, पाकिस्तान में छोटे-छोटे घरों में 25 हजार से लेकर 40 हजार तक बिजली के बिल आ रहे हैं। पाकिस्तान की जनता महंगाई से त्रस्त है और आईएमएफ से कर्ज लेने पर भी सवाल उठा रही है।
यह सच है कि पाकिस्तान अपने घर को बेहतर बनाने में विफल रहा है। आर्थिक संकट, महंगाई, भ्रष्टाचार और आतंकवाद जैसे मुद्दों से जूझ रहा है। ऐसे में, कश्मीर पर ध्यान केंद्रित करना पाकिस्तान सरकार की गलत नीति है।
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पाकिस्तान को अपनी गलतियों को स्वीकार करना चाहिए और अपने देश को बेहतर बनाने पर ध्यान देना चाहिए। कश्मीर का मुद्दा बातचीत और शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सकता है।
Pakistan: एक-दूसरे की टांग खींचने में लगे हैं नेता
इस दौरान पाकिस्तान में शहबाज शरीब की बनी नई सरकार की भी चर्चा हुई. लोगों ने कहा कि पाकिस्तान के नेता एक दूसरे की टांग खींच रहे हैं. आईएमएफ से लोन न देने को लेकर इमरान खान ने लेटर लिखा है. इसी तरह का काम देश के नेता कर रहे हैं. इनको पाकिस्तान की आवाम से कोई मतलब नहीं है. पाकिस्तान का हर गरीब आज परेशान है. दिन का 500 से 700 कमाई है, जो बिजली का बिल देने भर का भी नहीं है. बच्चों की पढ़ाई, भोजन-कपड़ा के लिए लोगों के पास पैसे नही हैं.