Pakistan: पाकिस्तान में आम चुनाव के नतीजे धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। शुरुआती रुझानों में, इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थन वाले निर्दलीय उम्मीदवारों और नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। दोनों पार्टियां एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश में लगी हुई हैं।
इस चुनाव में भारतीयों की दिलचस्पी आतंकी हाफिज सईद के कारण भी बढ़ी हुई है। (Pakistan) सईद की पार्टी पाकिस्तानी मरकजी मुस्लिम लीग ने कई सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। शुरुआती रुझानों में, सईद की पार्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा है, लेकिन अभी भी यह कहना जल्दबाजी होगी कि वे पूरी तरह से हार गए हैं।
पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार: शुरुआती रुझानों में, पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। वे कई महत्वपूर्ण सीटों पर आगे चल रहे हैं।
पीएमएल-एन: नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन भी पीछे नहीं है। (Pakistan) वे कई सीटों पर पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
अन्य दल: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) जैसे अन्य दलों का प्रदर्शन अभी तक उम्मीदों के अनुसार नहीं रहा है।
आतंकी हाफिज सईद की पार्टी पाकिस्तानी मरकजी मुस्लिम लीग का प्रदर्शन अभी तक कमजोर रहा है। वे अभी तक किसी भी सीट पर जीत नहीं पाए हैं।
- Advertisement -
चुनावों में मतदान की दर कम रही है।
कई जगहों पर धांधली की आशंकाएं जताई जा रही हैं।
सुरक्षाबलों ने चुनावों को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी।
पाकिस्तान में आम चुनावों के नतीजे अभी पूरी तरह से सामने नहीं आए हैं। अभी भी कई सीटों पर मतगणना जारी है। यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि कौन सी पार्टी बहुमत हासिल करेगी। (Pakistan) हाफिज सईद का प्रदर्शन भी अभी तक निराशाजनक रहा है।
यह लेख अभी भी अधूरा है। जैसे-जैसे चुनावों के नतीजे सामने आएंगे, इस लेख को अपडेट किया जाएगा।
Pakistan: कौन है तल्हा सईद?
तल्हा सईद लश्कर-ए-तैयबा का नंबर दो माना जाता है. हाफिज सईद के बाद उसके पूरे आतंक का साम्राज्य तल्हा सईद ही के पास है. भारत सरकार ने तल्हा को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित कर रख है. गृह मंत्रालय की मानें तो भारत में लश्कर-ए-तैयबा के हमलों के पीछे तल्हा सईद का हाथ रहा.
तल्हा का नाम लश्कर ए तैयबा के लिए भर्ती करने और फंड जुटाने में भी आ चुका है. साथ ही, वह भारत के खिलाफ हमले की साजिश रचने वाला माना जाता है. तल्हा पर कई बार हमले हुए मगर वह बच निकला.
पाकिस्तान के चुनाव में उसने लाहौर की उस सीट से पर्चा भरा जहां से पीटीआई के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के चुनाव लड़ने की चर्चा थी. हालांकि बाद में उनकी गिरफ्तारी और एक-एक कर तीन मामलों में हुई सजी की वजह से वे चुनाव नहीं लड़ सके.