Pakistan Moon Mission: भारत से मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान ने भी अब चंद्र मिशन की शुरुआत की है. इसी महीने की शुरुआत में पाकिस्तान ने अपने मिनी उपग्रह ‘आईक्यूब-कमर’ को चीन की मदद से लॉन्च किया था. पाकिस्तानी सैटेलाइट चीन के चंद्र मिशन चांग’ई-6 के साथ 3 मई को हैनान प्रांत से लॉन्च किया गया. (Pakistan Moon Mission) इस मिशन के लॉन्चिंग के बाद खुद पाकिस्तान में ही जमकर मजाक बन रहा था, अब चब ‘आईक्यूब-कमर’ ने चंद्रमा की तस्वीरें भेजी तो एक बार फिर सोशल मीडिया पर मजाक शुरू हो गया है.
दरअसल, ‘आईक्यूब-कमर’ ने अंतरिक्ष से जो तस्वीरें भेजी हैं वह काफी धुंधली हैं. अब इन तस्वीरों को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं. (Pakistan Moon Mission) लोग तस्वीरों की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. क्योंकि पाकिस्तानी सैटेलाइट का कुल वजन 7 किलोग्राम है और इसपर जो कैमरा लगा है वह मात्र एक मेगा फिक्सल का है. दूसरी तरफ आज के दौर में अंतरिक्ष एजेंसियां हाई रिजॉल्यूशन कैमरे का प्रयोग कर रही हैं. अब ऐसे में कैमरे की क्वालिटी पर सवाल उठ रहा है.
Pakistan Moon Mission: चंद्रमा पर भेजना चाहिए सैमसंग का फोन
एक्स पर एक यूजर ने लिखा, ‘एक मेगापिक्सल? इससे अच्छा वे चीनी उपग्रह पर सैमसंग का फोन टेप से चिपका सकते थे. इसके अलावा इंडियन डिफेंस रिसर्च विंग के एक पोस्ट पर एक यूजर ने लिख, ‘पाकिस्तान को अच्छी तस्वीरों के लिए चंद्रमा पर सैमसंग गैलेक्सी को भेजना चाहिए था.‘ चूंकि चीन का चंद्र मिशन चंद्रमा के सुदूर इलाके से वहां की दो किलो मिट्टी लेकर वापस लौटेगा, ऐसे में चीन का यह चंद्र मिशन काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. (Pakistan Moon Mission) वहीं इसी मिशन के साथ चिपक कर गए पाकिस्तानी मिशन की लोग मजाक बना रहे हैं.
पाकिस्तान को मिलेगा प्रोत्साहन
एक अन्य यूजर ने एक्स पर लिखा, ‘क्यों डिबेट कर रहे हो, पाकिस्तान के लोग खाना खाने के बाद हाथ पोछना भूल गए, इसी वजह से कैमरा गंदा हो गया और इस तरह की तस्वीर सामने आ गई.’ (Pakistan Moon Mission) फिलहाल, विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान का चंद्र मिशन काफी छोटा है और इसकी सीमित क्षमताएं हैं, लेकिन यह पाकिस्तान के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इस मिशन का महत्व इस बात में है कि इससे अब पाकिस्तान को चंद्र मिशन पर काम करने में प्रोत्साहन मिलेगा.