Pakistan Afghanistan Border Clash: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बॉर्डर पर तनाव बढ़ता ही जा रहा है। पाकिस्तान के खोस्त, जलालाबाद, काबुल और पक्तिका में हुए हमलों के बाद अब अफगानिस्तान ने पाकिस्तान की सीमा चौकियों पर निशाना बनाया है। अफगानिस्तान के इस ताबड़तोड़ हमले में पाकिस्तान ने 12 सैनिक मारे गये हैं। (Pakistan Afghanistan Border Clash) वहीं कई गंभीर रूप से घायल भी हुए है।
यही नहीं पाकिस्तान के एक टैंक को अफगानिस्तान ने कब्जे में ले लिया है। इस जंग के बाद ऐसी संभावनाएं बन रही है कि आने वाले कुछ दिनों में अगर यह युद्ध नहीं रूका तो पाकिस्तान की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ जाएगी। (Pakistan Afghanistan Border Clash) दोनों के बीच झड़पें कई मोर्चो पर हो रही हैं। दोनों की ही तरफ से शांति बहाली की कोई उम्मीद भी अभी नजर नहीं आ रही है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच चल रही जंग को लेकर विश्व स्तर पर भी चिंता व्यक्त की जा रही है। ईरान, कतर और सऊदी अरब ने दोनों देशों से धैर्य और संयम बरतने की अपील की है।
इस बीच एक सवाल यह उठ रहा है कि क्या दोनों देशों के बीच चल रही जंग में सऊदी अरब की एंट्री होगी? यह सवाल इसलिए सामने आ रहा है क्योंकि कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच एक रणनीतिक रक्षा समझौता हुआ था। (Pakistan Afghanistan Border Clash) जिसके तहत यह कहा गया था अगर उनके देश में कोई भी मुल्क हमला करता है तो फिर उसे दूसरे पर भी हमला ही माना जाएगा।
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Pakistan Afghanistan Border Clash: सऊदी-पाक की डील का होगा लिटमस टेस्ट
सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए रक्षा समझौते की तुलना नाटो मॉडल से की जा रही थी। (Pakistan Afghanistan Border Clash) नाटो के आर्टिकल पांच के तहत अगर संगठन में शामिल किसी भी एक देश पर कोई हमला करता है तो उसे संगठन में शामिल सभी देशों पर हमला माना जाएगा। हालांकि, सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच हुआ समझौता ’कैवेट क्लॉज़’ है। दोनों देशों के बीच हुए रक्षा समझौते में यह स्पष्ट नहीं है कि किस प्रकार की जंग को ’पारस्परिक रक्षा’ का कारण माना जाएगा।
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