Myanmar Chinese fighter jet shot down: रणभूमि का हर कोना अब एक अखाड़ा बन चुका है, जहाँ ताकत और रणनीति का हर पल इम्तिहान होता है। म्यांमार के आसमान में भी कुछ ऐसा ही हुआ, जिसने दुनिया को एक बार फिर चौंका दिया है। एक ऐसी घटना, जिसने न केवल म्यांमार के सैन्य संघर्ष की भयावहता को उजागर किया है, बल्कि चीन जैसे वैश्विक शक्ति के सैन्य सम्मान पर भी एक गहरा दाग लगा दिया है। (Myanmar Chinese fighter jet shot down) यह कहानी सिर्फ एक विमान के गिरने की नहीं, बल्कि बदलती हुई युद्धनीति, अप्रत्याशित शक्ति और वैश्विक हथियारों के बाजार की साख पर उठते सवालों की है।

Myanmar Chinese fighter jet shot down: म्यांमार में चीन के फाइटर जेट को क्यों गिराया गया?
म्यांमार में सेना और विरोधी गुटों के बीच चल रहे खूनी संघर्ष में एक नया मोड़ तब आया जब सेना के एक अत्याधुनिक चीनी फाइटर जेट को विरोधी गुटों ने मार गिराया। मंगलवार को हुई इस घटना ने चीन की सैन्य साख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि यह जेट म्यांमार की सेना अपने विरोधियों पर बम बरसाने के लिए इस्तेमाल कर रही थी। (Myanmar Chinese fighter jet shot down) म्यांमार के स्थानीय मीडिया के मुताबिक, विरोधी गुट के लड़ाकों ने 72 करोड़ रुपये के इस चीनी फाइटर जेट को ध्वस्त कर दिया। एसोसिएटेड प्रेस ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के हवाले से बताया है कि जैसे ही म्यांमार की सेना बमबारी के लिए इस चीनी फाइटर जेट के साथ मैदान में उतरी, PLA के लड़ाकों ने उसे मार गिराया। इस घटना पर न तो चीन ने और न ही म्यांमार की सेना ने अब तक कोई आधिकारिक टिप्पणी की है, जिससे रहस्य और गहरा गया है।
चीन के लिए यह झटका क्यों है?
अगर PLA के दावे सही हैं, तो यह घटना चीन के लिए एक बड़ा झटका है। सबसे पहले, PLA के लड़ाकों के पास कोई आधुनिक हथियार नहीं हैं। (Myanmar Chinese fighter jet shot down) वे मुख्य रूप से मशीन गन और गुरिल्ला युद्ध के तरीकों का उपयोग करके सेना से जंग लड़ रहे हैं। ऐसे में एक उन्नत फाइटर जेट को मार गिराना उनकी क्षमताओं और रणनीति का एक बड़ा प्रमाण है। दूसरा, यह घटना चीन के हथियारों की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाती है। चीन ने 2023 में म्यांमार को 1 बिलियन डॉलर के हथियार दिए थे, और यह घटना चीन द्वारा बनाए गए हथियारों की गुणवत्ता और प्रभावशीलता को लेकर संदेह पैदा कर सकती है। (Myanmar Chinese fighter jet shot down) चीन न केवल म्यांमार को, बल्कि पाकिस्तान जैसे कई अन्य देशों को भी हथियार बेचता है। ऐसे में, यदि उनके अत्याधुनिक हथियार साधारण मशीन गन से गिराए जा सकते हैं, तो यह वैश्विक हथियार बाजार में चीन की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है। हाल ही में न्यूयॉर्क रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसके अनुसार चीन के कहने पर PLA के लड़ाकों ने म्यांमार सेना से जीती हुई एक जमीन को छोड़ दिया था। अब जिस तरह से लड़ाकों ने फिर से चीनी फाइटर जेट को मार गिराया है, उससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या म्यांमार में चीन का प्रभाव और हुकुम कमजोर पड़ रहा है? क्या यह घटना म्यांमार में चीन की रणनीतिक स्थिति पर भी असर डालेगी?
Also Read –Elon Musk Donald Trump Relation: चकनाचूर हो गया एलन मस्क का ‘घमंड’, ट्रंप के खिलाफ बोलने के बाद अब खुद ही माथा पीट रहे
मशीन गन से गिराया गया फाइटर जेट
इस घटना को लेकर एक दावा और भी ज्यादा हैरान करने वाला है। स्थानीय अखबार द इरावड्डी ने चश्मदीदों के हवाले से लिखा है कि फाइटर जेट को एक साधारण मशीन गन से मार गिराया गया है। (Myanmar Chinese fighter jet shot down) चश्मदीदों के मुताबिक, 0.50-कैलिबर एम2 ब्राउनिंग मशीन गन के जरिए इस विमान को ध्वस्त किया गया। यह दावा, अगर सच है, तो और भी चौंकाने वाला है, क्योंकि एक अत्याधुनिक फाइटर जेट को इतनी पुरानी और अपेक्षाकृत कम प्रभावी हथियार से मार गिराना अविश्वसनीय लगता है। हालांकि, सरकार और न ही PLA के लड़ाकों ने इस दावे पर कोई टिप्पणी की है।
- Advertisement -
Also Read –Lucknow News: IPS अफसर से ‘रंगबाजी’ दिखाना लखनऊ के ट्रैफिक दारोगा को पड़ा भारी! हुए निलंबित, पूर्व में भी लग चुके हैं गंभीर आरोप
हमले के वक्त कर रहा था बमबारी
PLA ने जानकारी दी है कि 4 जून को उन्होंने सागाइंग के पाले टाउनशिप स्थित कान दौक पुलिस स्टेशन पर कब्जा करने के लिए एक अभियान छेड़ा था। (Myanmar Chinese fighter jet shot down) इस दौरान, म्यांमार की सेना ने फाइटर जेट और Y-12 विमान से भारी बमबारी की। इसी जवाबी कार्रवाई में PLA ने .50 कैलिबर की M2 ब्राउनिंग मशीन गन से उस फाइटर जेट को मार गिराया जो ऊपर से बम बरसा रहा था। (Myanmar Chinese fighter jet shot down) यह घटना म्यांमार में चल रहे संघर्ष की तीव्रता और विरोधी गुटों की बढ़ती ताकत को दर्शाती है। यह न केवल म्यांमार के आंतरिक संघर्ष को प्रभावित करेगा, बल्कि क्षेत्रीय भू-राजनीति और चीन की सैन्य साख पर भी इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं। क्या यह घटना म्यांमार में चीन की भूमिका को बदल देगी, या यह सिर्फ एक अस्थायी झटका है? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।