मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की सरकार ने भारतीय सैनिकों को वापस भेज दिया है।
हालांकि, मुइज्जु सरकार ने भारत को कुछ महत्वपूर्ण रक्षा सहयोग परियोजनाओं को आगे बढ़ाने की मंजूरी दी है।
Maldives news : इन परियोजनाओं में शामिल हैं
गण द्वीप में एक भारतीय नौसेना बेस का निर्माण उत्तरी माले में एक एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम का उन्नयनमाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास में भारतीय सहायताचीन ने इन रक्षा सहयोग परियोजनाओं पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है ,चीन का कहना है कि ये परियोजनाएं क्षेत्र में उसकी सुरक्षा हितों को खतरा हैं,चीन ने मालदीव पर दबाव डाला है कि वह इन परियोजनाओं को रद्द करे।
Maldives news : भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने कहा है कि ये रक्षा सहयोग परियोजनाएं दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।भारत ने कहा है कि ये परियोजनाएं क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देंगी।(Maldives news)भारत ने चीन को आश्वस्त किया है कि इन परियोजनाओं का किसी भी तीसरे देश के खिलाफ कोई निर्देशन नहीं है।
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मुइज्जु सरकार का यह फैसला भारत और चीन के बीच रणनीतिक प्रतिस्पर्धा को बढ़ा सकता है, यह फैसला मालदीव की घरेलू राजनीति में भी महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है ,यह देखना बाकी है कि चीन भारत और मालदीव के बीच रक्षा सहयोग को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।