Jammu Kashmir Article 370: भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू कश्मीर एक बेहद संवेदनशील मुद्दा है। भारत ने साल 2019 में जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेते हुए आर्टिकल 370 को निरस्त कर दिया था। इसके 4 साल के बाद यानी 2023 में भारत के सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से आर्टिकल 370 को हटाने का लिया गया फैसला संविधान के दायरे में था। इस फैसले के बाद पाकिस्तान आग-बबूला हो गया है।
पाकिस्तान में इस फैसले को भारत का एक आक्रामक कदम माना जा रहा है। पाकिस्तानी सरकार ने इस फैसले की निंदा करते हुए कहा है कि यह फैसला जम्मू कश्मीर के लोगों के आत्म-निर्णय के अधिकार का उल्लंघन है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि भारत को इस फैसले को वापस लेना चाहिए।
पाकिस्तानी जनता में भी इस फैसले को लेकर गुस्सा है। (Jammu Kashmir Article 370) पाकिस्तानी महिला यूट्यूबर नईला ने इस मुद्दे पर आवाम से प्रतिक्रिया ली। इस पर पाकिस्तानी आवाम ने गुस्से में कहा कि हमें भारत के खिलाफ जंग के लिए तैयार हो जाना चाहिए।
भारत के सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों पर भी इसका असर पड़ सकता है। इस मामले को हल करने के लिए दोनों देशों को आपसी बातचीत और समझौते का रास्ता अपनाना होगा।
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Jammu Kashmir Article 370: पाकिस्तानी हुक्मरान के बयान
भारत के सुप्रीम कोर्ट के फैसले में कहा गया है कि आर्टिकल 370 को हटाने का फैसला भारत के संविधान के अनुच्छेद 368 के तहत लिया गया था। (Jammu Kashmir Article 370) यह अनुच्छेद संविधान में संशोधन करने का अधिकार देता है।
पाकिस्तान ने भारत के इस फैसले को चुनौती देते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव पेश किया था। लेकिन इस प्रस्ताव को वीटो कर दिया गया था।
पाकिस्तान ने भारत के इस फैसले के विरोध में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी समर्थन मांगा है।