Israel Hamas War: उत्तरी फिलिस्तीन के गाजा पट्टी में चल रहे इज़राइल-गाजा युद्ध के बीच एक गर्भवती महिला ने लेबर पेन होने के बाद भी 5 किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल पहुंची और वहां चार बच्चों को जन्म दिया।
इस महिला का नाम 26 वर्षीय नज़मा है। वह गाजा शहर के एक छोटे से गाँव में रहती है। (Israel Hamas War) 28 दिसंबर को उसे अचानक लेबर पेन होने लगा। उ000/
+सने अपने परिवार वालों को बताया, लेकिन उसके घर से अस्पताल तक जाने के लिए कोई वाहन नहीं था।
- Advertisement -
इज़राइल की सेना ने गाजा पट्टी में आक्रमण कर दिया था, जिससे वहां की सड़कें बंद हो गई थीं। नज़मा के परिवार वालों ने उसे अस्पताल तक पहुँचाने के लिए संघर्ष किया, लेकिन वे सफल नहीं हो सके।
अंत में, नज़मा ने खुद ही अस्पताल जाने का फैसला किया। (Israel Hamas War) उसने अपने घर से 5 किलोमीटर पैदल चलना शुरू कर दिया। लेबर पेन के कारण वह बहुत कमजोर थी, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी।
करीब 2 घंटे की पैदल यात्रा के बाद नज़मा अस्पताल पहुँची। डॉक्टरों ने उसे तुरंत भर्ती किया और उसे ऑपरेशन के लिए ले जाया गया। ऑपरेशन के बाद नज़मा ने चार बच्चों को जन्म दिया।
नज़मा के चारों बच्चे स्वस्थ हैं। उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। नज़मा ने बताया कि वह अपने बच्चों के जन्म के लिए बहुत खुश है। नज़मा की कहानी साहस और दृढ़ संकल्प की कहानी है। उसने लेबर पेन में भी हिम्मत नहीं हारी और अपने बच्चों को जन्म दिया।
Israel Hamas War: एक बच्चे को छोड़ना पड़ा अस्पताल में
इमान अल-मसरी कहती का कहना है कि मजबूरी में उन्हें टिया, लिन और यासर के साथ वहां से निकल गईं. अब वह दीर अल-बलाह में एक तंग स्कूल कैंपस में बने आश्रय स्थल में रह रहीं हैं. उन्होंने बताया कि अपने एक बेटे मोहम्मद को अस्पताल में छोड़ना उनके लिए आसान नहीं था, लेकिन उसका वजन केवल एक किलोग्राम (2.2 पाउंड) था. ऐसे में उसका मेरे पास जिंदा रहना संभव नहीं था. इमान अल-मसरी कहती का कहना है कि, “जब मैं घर से निकली तो मेरे पास गर्मी के कुछ कपड़े थे. मैंने सोचा कि युद्ध एक या दो सप्ताह तक चलेगा और उसके बाद हम घर वापस चले जाएंगे. अब 11 सप्ताह से अधिक समय के बाद उनकी वापस लौटने की उम्मीदें टूट गई हैं.
बच्चों के लिए नहीं मिल पा रहा दूध
इमान अल-मसरी ने बताया कि, अन्य मां की तरह उन्हें भी परंपरा का पालन करने और अपने बच्चों के जन्म पर गुलाब जल छिड़क कर जश्न मनाने की उम्मीद थी, लेकिन 10 दिनों से मैं इन्हें नहला भी नहीं पाई हूं. तबाह हुए इलाके में साफ पानी ढूंढना मुश्किल हो रहा है. (Israel Hamas War) यहां दूध, दवा और स्वास्थ्य संबंधी आपूर्ति सहित अन्य बुनियादी खाद्य सामग्री की भारी कमी है. इमान अल-मसरी के 33 वर्षीय पति अम्मार अल-मसरी का कहना है कि वह तबाह हो गए हैं और वह अपने परिवार का भरण-पोषण नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि वह भोजन की तलाश में भटकते रहते हैं. (Israel Hamas War) मेरी बेटी टिया को पीलिया है. उसके लिए स्तनपान जरूरी है, लेकिन मेरी पत्नी को पौष्टिक भोजन नहीं मिल पा रहा है. बच्चों को दूध और डायपर की जरूरत होती है, लेकिन मुझे उसमें से कुछ भी नहीं मिल पा रहा है.