By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
नौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरेंनौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरेंनौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरें
  • विदेश
  • मनोरंजन
  • स्पोर्ट्स
  • राजनीति
  • लाइफ स्टाइल
  • प्रौद्योगिकी
Search
  • About
  • Contact
  • Privacy Policy
© 2025 naudunia.com
Reading: International Trade Local Currency: भारत अब ट्रम्प के डॉलर को नकारेगा! अंतरराष्ट्रीय व्यापार में नहीं चलेगी अमेरिका की मनमानी, कई देशों ने रचा ‘चक्रव्यूह’!
Share
Sign In
Notification Show More
Aa
नौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरेंनौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरें
Aa
  • विदेश
  • मनोरंजन
  • स्पोर्ट्स
  • राजनीति
  • लाइफ स्टाइल
  • प्रौद्योगिकी
Search
  • विदेश
  • मनोरंजन
  • स्पोर्ट्स
  • राजनीति
  • लाइफ स्टाइल
  • प्रौद्योगिकी
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
नौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरें > News > विदेश > International Trade Local Currency: भारत अब ट्रम्प के डॉलर को नकारेगा! अंतरराष्ट्रीय व्यापार में नहीं चलेगी अमेरिका की मनमानी, कई देशों ने रचा ‘चक्रव्यूह’!
विदेश

International Trade Local Currency: भारत अब ट्रम्प के डॉलर को नकारेगा! अंतरराष्ट्रीय व्यापार में नहीं चलेगी अमेरिका की मनमानी, कई देशों ने रचा ‘चक्रव्यूह’!

Puja Shrivastava
Last updated: 2025/12/29 at 5:42 अपराह्न
Puja Shrivastava
Share
5 Min Read
WhatsApp Image 2025 12 29 at 1.34.58 PM 1
SHARE

International Trade Local Currency: दुनिया की अर्थव्यवस्था लंबे समय तक अमेरिकी डॉलर के इर्द-गिर्द चलती रही है। अंतरराष्ट्रीय व्यापार हो या तेल की खरीद-फरोख्त, हर जगह डॉलर ही सबसे बड़ा माध्यम रहा। लेकिन अब हालात धीरे-धीरे बदलते नजर आ रहे हैं। वैश्विक राजनीति, आर्थिक प्रतिबंधों का डर और डॉलर में उतार-चढ़ाव ने कई देशों को नए रास्ते खोजने पर मजबूर कर दिया है। इसी वजह से आज यह सवाल उठने लगा है कि क्या डॉलर का दबदबा कमजोर हो रहा है।

Contents
International Trade Local Currency: डॉलर पर निर्भरता क्यों घट रही हैलोकल करेंसी में व्यापार का बढ़ता चलनभारत की बदलती सोचचीन और युआन की भूमिकारूस की बदली रणनीतिअन्य क्षेत्रों में क्या हो रहा हैआगे क्या संकेत मिलते हैं

International Trade Local Currency: डॉलर पर निर्भरता क्यों घट रही है

कई देशों को यह एहसास हुआ है कि डॉलर पर जरूरत से ज्यादा निर्भर रहना जोखिम भरा हो सकता है। जब किसी देश पर प्रतिबंध लगते हैं तो उसका डॉलर आधारित कारोबार ठप पड़ सकता है। (International Trade Local Currency) इसके अलावा डॉलर में लेनदेन करने से मुद्रा विनिमय की लागत बढ़ती है और विदेशी मुद्रा भंडार पर भी दबाव पड़ता है। ऐसे में अपनी ही मुद्रा में व्यापार करना देशों के लिए ज्यादा सुरक्षित और सस्ता विकल्प बनता जा रहा है।

Also Read –Japan nuclear weapons: परमाणु हथियार बनाने जा रहा जापान… चीन में मची खलबली! भारत को मिलेगा सबसे बड़ा रणनीतिक फायदा

लोकल करेंसी में व्यापार का बढ़ता चलन

अब कई देश आपस में अपनी स्थानीय मुद्राओं में व्यापार कर रहे हैं। इसे लोकल करेंसी ट्रेड कहा जाता है। इससे भुगतान आसान होता है और डॉलर की जरूरत कम पड़ती है। (International Trade Local Currency) साथ ही इससे आर्थिक आत्मनिर्भरता भी बढ़ती है। यही कारण है कि यह मॉडल धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रहा है।

- Advertisement -

भारत की बदलती सोच

भारत ने भी हाल के वर्षों में इस दिशा में कदम बढ़ाए हैं। कुछ देशों के साथ व्यापार में रुपये के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया गया है। खासकर ऊर्जा और जरूरी सामानों की खरीद में वैकल्पिक भुगतान व्यवस्था अपनाई गई। (International Trade Local Currency) भारत के पड़ोसी देशों में भारतीय रुपये की स्वीकार्यता पहले से ही अच्छी रही है, और अब इसे औपचारिक रूप से मजबूत करने की कोशिश की जा रही है। खाड़ी देशों के साथ भी लोकल करेंसी में व्यापार के नए रास्ते खुले हैं।

Also Read –Meerut News: नववर्ष के जश्न में नशा-हुड़दंग नहीं, नियम तोड़ने वाले जाएंगे सीधे हवालात: डीआईजी नैथानी

चीन और युआन की भूमिका

चीन अपनी मुद्रा युआन को वैश्विक स्तर पर मजबूत करना चाहता है। वह कई देशों के साथ व्यापार में डॉलर की जगह युआन के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रहा है। (International Trade Local Currency) ऊर्जा, इंफ्रास्ट्रक्चर और कर्ज से जुड़े समझौतों में युआन की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है। इससे एशिया और अन्य क्षेत्रों में मुद्रा संतुलन बदलता दिख रहा है।

रूस की बदली रणनीति

पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के बाद रूस को भी डॉलर और यूरो से दूरी बनानी पड़ी। इसके बाद उसने अपने व्यापारिक साझेदारों के साथ वैकल्पिक मुद्राओं में भुगतान को अपनाया। इससे रूस को अंतरराष्ट्रीय व्यापार जारी रखने में मदद मिली।

अन्य क्षेत्रों में क्या हो रहा है

लैटिन अमेरिका, अफ्रीका और खाड़ी देशों में भी डॉलर के अलावा दूसरे विकल्पों पर विचार हो रहा है। (International Trade Local Currency) कुछ देश आपसी व्यापार में अपनी मुद्राओं का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो कहीं बार्टर सिस्टम जैसे पुराने तरीकों को भी दोबारा अपनाया जा रहा है।

आगे क्या संकेत मिलते हैं

हालांकि डॉलर अब भी वैश्विक अर्थव्यवस्था की मजबूत कड़ी है, लेकिन यह साफ है कि दुनिया अब एक ही मुद्रा पर निर्भर नहीं रहना चाहती। बदलाव धीरे-धीरे हो रहा है, लेकिन दिशा साफ है। आने वाले वर्षों में अंतरराष्ट्रीय व्यापार ज्यादा संतुलित और बहुध्रुवीय होता नजर आ सकता है।

You Might Also Like

Zelensky India Criticism: तब भारत ने क्यों साधी चुप्पी? PM मोदी के बयान पर भड़के यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की..उठाए कई सवाल

India fourth largest economy: साल के आखिरी दिन… देश को सबसे ऐतिहासिक तोहफा! जापान को पछाड़कर भारत बना विश्व की चौथी सबसे बड़ी ‘अर्थव्यवस्था’, दुनिया सन्न!

Hafiz Saeed Statement: “भारत को अल्लाह ने सबक सिखा दिया…”, आतंकी हाफिज सईद का जहरीला दावा, ऑपरेशन सिंदूर को बताया खोखला!

Pakistan News: पुतिन का सगा बना पाकिस्तान! PM शहबाज शरीफ को हुई रुसी राष्ट्रपति की चिंता,क्या बदलेंगे जंग के समीकरण?

Khaleda Zia: प्रणब मुखर्जी से क्यों नहीं मिली खालिदा जिया? जानिए भारत में जन्म से बैटल ऑफ बेगम्स तक की अनसुनी कहानी

TAGGED: #International Trade Local Currency

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.

By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article WhatsApp Image 2025 12 29 at 1.34.58 PM Japan nuclear weapons: परमाणु हथियार बनाने जा रहा जापान… चीन में मची खलबली! भारत को मिलेगा सबसे बड़ा रणनीतिक फायदा
Next Article WhatsApp Image 2025 12 29 at 1.34.58 PM 2 India vs New Zealand: मध्यप्रदेश में तीसरा वनडे, छात्रों और दिव्यांग दर्शकों के लिए रियायती टिकटें
Leave a comment Leave a comment

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Latest News

WhatsApp Image 2025 12 30 at 7.42.21 PM 4
Khushi Mukherjee Suryakumar Yadav: खुशी मुखर्जी कौन हैं और कितनी अमीर हैं? जिन्होंने क्रिकेटर सूर्यकुमार यादव पर लगाए गंभीर आरोप
मनोरंजन 9 घंटे ago
WhatsApp Image 2025 12 30 at 7.42.21 PM 3
The Kerala Story 2: आ रही द केरल स्टोरी 2, जानिए स्टार कास्ट व कब रिलीज होगी फिल्म
मनोरंजन 10 घंटे ago
WhatsApp Image 2025 12 30 at 7.42.21 PM 2
Zelensky India Criticism: तब भारत ने क्यों साधी चुप्पी? PM मोदी के बयान पर भड़के यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की..उठाए कई सवाल
विदेश 10 घंटे ago
WhatsApp Image 2025 12 30 at 7.42.21 PM
India fourth largest economy: साल के आखिरी दिन… देश को सबसे ऐतिहासिक तोहफा! जापान को पछाड़कर भारत बना विश्व की चौथी सबसे बड़ी ‘अर्थव्यवस्था’, दुनिया सन्न!
विदेश 10 घंटे ago
WhatsApp Image 2025 12 30 at 7.42.21 PM
Hafiz Saeed Statement: “भारत को अल्लाह ने सबक सिखा दिया…”, आतंकी हाफिज सईद का जहरीला दावा, ऑपरेशन सिंदूर को बताया खोखला!
विदेश 11 घंटे ago
Set Top Box Gaurav Gupta
Pakistan News: पुतिन का सगा बना पाकिस्तान! PM शहबाज शरीफ को हुई रुसी राष्ट्रपति की चिंता,क्या बदलेंगे जंग के समीकरण?
विदेश 2 दिन ago
नौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरेंनौ दुनिया : देश विदेश की बड़ी खबरें
Follow US
© 2025 All Rights Reserved.
  • Home
  • Privacy Policy
  • Contact
  • About
adbanner
AdBlock Detected
Our site is an advertising supported site. Please whitelist to support our site.
Okay, I'll Whitelist
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?