India-Pakistan: पाकिस्तान लंबे समय से दावा करता रहा है कि उसके पास परमाणु शक्ति है और यह शक्ति सभी इस्लामिक देशों की सुरक्षा के लिए है।
हालांकि, पाकिस्तान के ही कुछ लोगों का मानना है कि आज के समय में एटम बम के बजाय शांति की जरूरत है। (India-Pakistan) वे तर्क देते हैं कि “नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और मालदीव जैसे छोटे देशों के पास तो एटम बम नहीं हैं, लेकिन वहां पाकिस्तान से ज्यादा खुशहाली है।”
India-Pakistan: पाकिस्तान: संस्कारों का अभाव?
रीयल इंटरटेनमेंट टीवी के जरिए पाकिस्तान के फेमस यूट्यूबर शोएब चौधरी ने पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों से बात की। (India-Pakistan) इस दौरान एक पत्रकार ने कहा, “पाकिस्तान के पास संस्कार नहीं है। वह अपने लोगों को झूठी शिक्षा देता है।”
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, “पाकिस्तान वैसे तो इस्लाम की बात करता है लेकिन इस्लामिक देश अफगानिस्तान में खूब कत्लेआम कराया।” पत्रकार का कहना था कि पाकिस्तान ने तालिबान की मदद करके वहां के मासूम लोगों की जिंदगियां ले ली।
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भारत बनाम पाकिस्तान: अफगानिस्तान में भूमिका
पत्रकार ने कहा, “भारत ने अफगानिस्तान में डैम, स्कूल, कॉलेज और हॉस्पिटल बनवाए, जबकि पाकिस्तान ने उनपर बम गिराए।”
यह बात सच है कि भारत ने अफगानिस्तान में कई विकास परियोजनाओं में योगदान दिया है, जबकि पाकिस्तान ने तालिबान का समर्थन करके अफगानिस्तान में अस्थिरता पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पाकिस्तान का भविष्य: शांति या अशांति?
पाकिस्तान को यह समझने की जरूरत है कि परमाणु शक्ति से शांति नहीं, बल्कि विनाश होता है। (India-Pakistan) यदि पाकिस्तान वास्तव में अपने लोगों और इस्लामिक देशों की सुरक्षा चाहता है, तो उसे शांति और विकास की राह पर चलना होगा।
यह समय है कि पाकिस्तान अपने अतीत की गलतियों से सीखें और एक बेहतर भविष्य के लिए प्रयास करें।
वेंटिलेटर पर पाकिस्तान
पाकिस्तान के पत्रकार ने कहा कि भारत चाहे तो नेपाल, भूटान और मालदीव जैसे देशों पर कुछ घंटों में कब्जा कर सकता है, लेकिन वह ऐसा नहीं करता है. क्योंकि भारत के पास संस्कार है, वह दूसरे देश की सीमा का इज्जत करता है. दूसरी तरफ पाकिस्तान उल्टा-सीधा काम करता है. पाकिस्तान आज वेंटिलेटर पर चला गया है, फिर भी यहां गजवा हिंद की बात चल रही है. पाकिस्तानी पत्रकार ने कहा, आज के समय में दुनिया को ‘लाइफ किलर्स नहीं बल्कि लाइफ सेवर्स’ की जरूरत है.