
India China issue: यूरेनियम की खोज के कुछ ही समय बाद चीन ने अब जिरकोनियम का भी विशाल भंडार ढूंढ निकाला है। यह खजाना झिंजियांग प्रांत के तारिम बेसिन में धरती की सतह से गहराई में छिपा मिला है। (India China issue) माना जा रहा है कि यह खोज वैश्विक खनिज आपूर्ति व्यवस्था को बदल सकती है।
चीन ने कुबाई बेसिन में करीब 20 लाख टन ज़िरकोनियम ऑक्साइड के भंडार की पुष्टि की है। यह उसके मौजूदा भंडार का चार गुना है। (India China issue) अभी तक चीन के पास केवल 5 लाख टन ज़िरकोनियम था और उसे लगभग 90% ज़रूरत ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से आयात करनी पड़ती थी।
India China issue: ज़िरकोनियम क्यों है खतरनाक?
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ज़िरकोनियम (Zr) एक हल्की लेकिन बेहद मजबूत और रासायनिक प्रतिरोधी धातु है। (India China issue) इसकी खासियत है न्यूट्रॉन को न के बराबर अवशोषित करना जिससे यह परमाणु रिएक्टरों में फ्यूल रॉड क्लैडिंग में उपयोगी होता है।
इसके अलावा:
- रॉकेट नोज़
- स्क्रैमजेट इंजन
- गाइडेड मिसाइल
- हीट शील्ड
- ज़िरकोन रत्न (ज्वेलरी में उपयोग)
जैसे कई रणनीतिक और औद्योगिक क्षेत्रों में इसका उपयोग होता है।
पहले माना जाता था कि जिरकोनियम सिर्फ समुद्री क्षेत्रों में पाया जाता है, लेकिन कुबाई बेसिन की खोज से यह साफ हुआ कि प्राचीन झीलों और नदियों के तल में भी यह खनिज प्रचुर मात्रा में मौजूद है।
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चीन की संप्रभुता को ताकत देगा यह खजाना
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर अमेरिका जिरकोनियम के निर्यात पर नियंत्रण बढ़ाता है तो यह नया खजाना चीन की रणनीतिक स्वतंत्रता और संप्रभुता का एक बड़ा स्तंभ बन सकता है।