
Hamas leader wife controversy: गाजा, एक ऐसा नाम जो आज दुनिया भर में युद्ध, तबाही और भूख का पर्याय बन चुका है। जहां बच्चे भूखे पेट सोने को मजबूर हैं, जहां एक-एक बूंद साफ पानी के लिए तरस रहे हैं लोग। जहां हर सुबह लोग इस डर में जागते हैं कि कहीं आज की सुबह उनकी आखिरी सुबह न हो। (Hamas leader wife controversy) इस सबके बीच, एक खबर ऐसी सामने आई है जिसने गाजा के लोगों का खून खौला दिया है। इजराइली खुफिया एजेंसियों ने एक ऐसा खुलासा किया है, जिसके बाद हमास की कथनी और करनी का फर्क साफ नजर आता है।
Hamas leader wife controversy: याह्या सिनवार की मौत के बाद
आपको याद होगा, अक्टूबर 2024 में इजराइल की सेना और खुफिया एजेंसियों ने महीनों की मशक्कत के बाद आखिरकार हमास के खूंखार नेता याह्या सिनवार को ढूंढ निकाला और मौत के घाट उतार दिया। सिनवार को 7 अक्टूबर 2023 के इजराइल पर हुए भीषण हमले का मास्टरमाइंड माना जाता था। (Hamas leader wife controversy) उसकी मौत के बाद, इजराइल के रडार पर उसकी पत्नी समर मुहम्मद अबू जमर थी। इजराइली एजेंसियां लगातार उस पर नजर रख रही थीं। लेकिन जो खबर अब सामने आई है, वह किसी भी सोच को हिलाकर रख देने वाली है।
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गुप्त ऑपरेशन से कैसे निकली समर?
इजराइली मीडिया में दावा किया जा रहा है कि गाजा में आम लोगों के बीच इस खबर को लेकर जबरदस्त गुस्सा है। एक तरफ गाजा के लोग लगातार युद्ध और भुखमरी से जूझ रहे हैं, (Hamas leader wife controversy) वहीं दूसरी तरफ हमास के बड़े नेताओं के परिवार विदेश में ऐश की जिंदगी बिता रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, समर अबू जमर को हमास नेता फाथी हम्माद की मदद से एक बेहद ही गुप्त ऑपरेशन के तहत गाजा से बाहर निकाला गया। यह कोई सामान्य पलायन नहीं था, बल्कि एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा था।
फर्जी पासपोर्ट और नोटों का ढेर
इस ऑपरेशन में समर को फर्जी पासपोर्ट दिए गए और उसके पास भारी मात्रा में नकदी थी। चौंकाने वाली बात यह है कि इस ऑपरेशन में याह्या सिनवार के भाई मोहम्मद सिनवार की पत्नी नजवा सिनवार भी उनके साथ थीं। (Hamas leader wife controversy) बताया गया कि ये दोनों महिलाएं राफा बॉर्डर के रास्ते मिस्र पहुंचीं और वहां से सीधा तुर्की के लिए रवाना हो गईं। सोचिए, जहां गाजा के लोग पानी और खाने के लिए तड़प रहे हैं, वहीं हमास के नेता अपने परिवार को सुरक्षित निकालने और उन्हें विलासिता भरी जिंदगी देने में लगे हैं।
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7 अक्टूबर के मास्टरमाइंड की खूनी मौत
याह्या सिनवार की मौत भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, जब IDF (इजराइली डिफेंस फोर्सेज) का एक दस्ता राफा के तल अल-सुल्तान इलाके में पेट्रोलिंग कर रहा था, तभी उन्हें तीन संदिग्ध हमास लड़ाके दिखे। उनमें से एक लड़ाका एक बिल्डिंग में घुस गया। तुरंत उस पर टैंक शेल दागे गए। बाद में वही आतंकी याह्या सिनवार निकला। उसका शव खून और मिट्टी में सना हुआ, एक सोफे पर पड़ा मिला। यह उस व्यक्ति का अंत था जिसने हजारों जिंदगियां तबाह कर दी थीं।
हमास का दोहरा चेहरा
हमास खुद को फिलिस्तीनी प्रतिरोध का सच्चा चेहरा बताता है, जो अपने लोगों के लिए लड़ता है। लेकिन ये खुलासे हमास के दोहरे चेहरे को उजागर करते हैं। उन पर अब अपने ही लोगों की कुर्बानियों का फायदा उठाकर अपनी लीडरशिप को सुरक्षित निकालने का आरोप लग रहा है। (Hamas leader wife controversy) इजराइली रिपोर्टों में साफ-साफ कहा गया है कि हमास की लीडरशिप के परिवार विदेशों में आराम से रह रहे हैं, जबकि आम फिलिस्तीनी गाजा में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। क्या यह हमास का अपने लोगों के साथ धोखा नहीं है? क्या गाजा की जनता इस अन्याय को बर्दाश्त करती रहेगी? क्या आपको लगता है कि हमास वाकई फिलिस्तीनी लोगों का प्रतिनिधित्व करता है या सिर्फ अपने नेताओं के स्वार्थ के लिए उन्हें इस्तेमाल कर रहा है?।