Golden Dome: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल डिफेंस योजना इन दिनों सुर्खियों में है। चीन और रूस के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति की इस डिफेंस योजना पर एक और देश में कड़ी प्रतिक्रिया दी है। वहीं डोनाल्ट ट्रंप की ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल डिफेंस योजना पर विश्व में सर्वाधिक मिसाइल परीक्षण करने वाला देश उत्तर कोरिया भी थर्रा गया है। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने ट्रंप की इस योजना को बेहद खतरनाक करार दिया है। (Golden Dome) उसका कहना है कि इससे अंतरिक्ष में परमाणु युद्ध छिड़ सकता है। साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति की यह पहले दुनिया की सुरक्षा को भी खतरे में डाल सकती है।

उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल डिफेंस योजना को रूस ने ‘अस्थिर करने वाली’ करार दिया था। हालांकि बाद में इसे अमेरिका का ‘संप्रभु मामला’ कहते हुए नरमी भी दिखायी थी। वहीं चीने भी ने ट्रंप की इस योजना पर कड़ी टिप्पणी की थी। चीने ने इस योजना को ‘वैष्विक स्थिरता को कमजोर’ करने वाला बताया था।

वहीं अब उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने भी ट्रंप की इस योजना पर कड़ी आपत्ति जतायी है। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाते हुए कहा है कि इस योजना के माध्यम से अमेरिका अंतरिक्ष को सैन्य अड्डा बनाना चाह रहा है। (Golden Dome) उन्होंने कहा कि ट्रंप की यह नीति परमाणु संपन्न देशों की रणनीतिक स्थिरता को भी हानि पहुंचाने वाली है। साथ ही इस नीति से अंतरराष्ट्रीय तनाव बढ़ेगा और हथियारों की दौड़ भी बढ़ सकती है।
Golden Dome: उत्तर कोरिया की नाराजगी की वजह
अमेरिकी राष्ट्रपति की ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल डिफेंस योजना से उत्तर कोरिया की नाराजगी पर कोरियन इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल यूनिफिकेशन के वरिष्ठ विश्लेषक होंग मिन का कहना है कि यदि अमरिका ‘गोल्डन डोम’ प्रणाली को पूरा करता है तो इसे बेअसर करने के लिए उत्तर कोरिया को वैकल्पिक हथियार विकसित करना पड़ेगा। साथ ही विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर कोरिया को यह भी डर है कि अमेरिका की इस प्रणाली के चलते उसकी अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।