Earthquake in Pakistan: म्यांमार और थाईलैंड के बाद अब पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। आपको बता दें कि आज तड़के लगभग 3:00 बजे इन झटकों को महसूस किया गया। (Earthquake in Pakistan) वहीं राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की माने तो भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई है।
Earthquake in Pakistan: भूकंप के झटकों से कांपा पाकिस्तान
आज तड़के पाकिस्तान में 4.3 तीव्रता के साथ भूकंप के झटके महसूस किये गए। फिलहाल अभी तक किसी नुकसान की जानकारी नहीं मिली है। वहीं इसके पहले बलूचिस्तान में बीते मंगलवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। (Earthquake in Pakistan) ईद के मौके पर कराची में आए भूकंप के कुछ घंटे के बाद ही इन झटकों को महसूस किया गया जिसके बाद से ही लोगों में डर का माहौल है।

आपको बता दें कि अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (यूएसजी) की जानकारी के अनुसार बलूचिस्तान के बरखान जिले में आये भूकंप की तीव्रता 3.9 थी। दरअसल बीते मंगलवार को पाकिस्तान के कराची शहर में भूकंप के झटकों को महसूस किया गया था। (Earthquake in Pakistan) इसके पहले कराची में आए इस भूकंप की तीव्रता 4.7 थी वहीं इसका केंद्र शहर से लगभग 75 किलोमीटर उत्तर में स्थित था। भूकंप की वास्तविक तीव्रता 4.6 थी साथ ही इसका केंद्र बलूचिस्तान से 65 किलोमीटर पूर्व दक्षिण पूर्व में 10 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था।
म्यांमार में पिछले हफ्ते आया था भूकंप
वही म्यांमार में पिछले हफ्ते 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने हजारों लोगों की जान ले ली थी। इसमें 2700 से अधिक लोगों के जान गवाने की बात कही गई है वहीं हजारों लोग इस भूकंप की चपेट में आने से घायल हो गए थे। इसको लेकर राहत और बचाव का कार्य जारी है और मलबे में दबे लोगों के जीवित बचने की उम्मीद कम ही बताई जा रही है। (Earthquake in Pakistan) विशेषज्ञों की माने तो 72 घंटे के बाद जीवित बचे लोगों के मिलने की संभावना बेहद कम होती जा रही है। उनका मानना है की लोगों के मरने की संख्या में अभी और वृद्धि हो सकती है।
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लोगों को राहत सामग्री पहुंचाना एक बड़ी चुनौती
म्यांमार के लिए यूनिसेफ की उपप्रतिनिधि जूलिया रीस ने बताया कि हर घंटे लोगों की जरूरत बढ़ रही है और उन्हें राहत सामग्री मुहैया कराना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। भूकंप से प्रभावित हुए क्षेत्र में परिवारों को स्वच्छ पानी, भोजन और चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति की भारी कमी हो रही है।