
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि उनके खिलाफ एक बड़ी साजिश की जा रही है। ट्रंप ने यह बयान उस समय दिया जब वे 23 सितंबर को यूएन में भाषण देने पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें तीन बार मुश्किलों का सामना करना पड़ा, और ट्रंप ने इसे अपनी और अपनी पत्नी मेलानिया के खिलाफ साजिश करार दिया।
Donald Trump: ट्रंप का एस्केलेटर हादसा
यूएन में अपने भाषण से पहले, ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया एस्केलेटर से ऊपर जा रहे थे, लेकिन अचानक एस्केलेटर रुक गया। ट्रंप ने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा, “अगर मैं रेलिंग पकड़कर नहीं चल रहे होते, तो हम दोनों गिर जाते। (Donald Trump) ” उन्होंने इस घटना को लेकर यूएन पर गंभीर आरोप लगाया और इसे जानबूझकर की गई साजिश कहा।
टेलीप्रॉम्प्टर और आवाज की परेशानी
ट्रंप ने दूसरा आरोप लगाया कि जब वे भाषण देने के लिए स्टेज पर पहुंचे, तो उनका टेलीप्रॉम्प्टर काम नहीं कर रहा था। उन्हें बिना टेलीप्रॉम्प्टर के ही भाषण देना पड़ा, जो कि उनके लिए मुश्किल था। ट्रंप ने बताया कि करीब 15 मिनट बाद मशीन को ठीक किया गया। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि जब वे बोल रहे थे, तो उनकी आवाज हॉल में सही से नहीं सुनाई दे रही थी। उन्होंने दावा किया कि केवल वे लोग जिन्होंने ट्रांसलेशन वाले ईयरपीस लगाए थे, वही उनकी स्पीच सुन पाए। ट्रंप की पत्नी मेलानिया ने भी इस परेशानी का सामना किया और उन्हें भी भाषण सुनाई नहीं दिया।
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ट्रंप ने इस पूरे घटनाक्रम को “ट्रिपल सैबोटाज” करार दिया। उनका मानना है कि यह सारी घटनाएँ जानबूझकर की गई थीं। (Donald Trump) उन्होंने कहा, “यह कोई मामूली गलती नहीं थी, बल्कि यह साजिश थी।”
सीसीटीवी फुटेज की जांच की मांग
ट्रंप ने इस मामले की पूरी जांच की मांग की है और कहा है कि सीसीटीवी फुटेज के जरिए इस साजिश को उजागर किया जाए। उन्होंने यूनाइटेड नेशंस के महासचिव को इस बारे में पत्र भेजने का भी ऐलान किया। ट्रंप ने साफ शब्दों में कहा कि जो भी इसके जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। (Donald Trump) इस घटना के बाद ट्रंप ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर इस मामले को लेकर गंभीर चिंता जताई और इसे एक बड़ी साजिश के रूप में देखा। उनके आरोप से साफ है कि वे इसे हल्की घटना नहीं मानते, बल्कि इसे एक बड़े स्तर पर हुई साजिश मानते हैं। यह पूरी घटना न केवल ट्रंप के लिए, बल्कि यूएन के लिए भी एक बड़ा मुद्दा बन सकती है, क्योंकि इसने एक बार फिर से संगठन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं। (Donald Trump) ट्रंप के आरोपों के बाद अब देखना यह होगा कि यूएन इस पर क्या कदम उठाता है और मामले की जांच किस दिशा में जाती है।