
Dhaka air force Plane Crash: सोमवार दोपहर बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उत्तरा इलाके में एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। मिलस्टोन कॉलेज की इमारत पर बांग्लादेश एयरफोर्स का एक घातक F-7 BGI ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट गिर पड़ा। विमान के गिरते ही पूरा इलाका विस्फोट से दहल गया, आग की लपटें आसमान छूने लगीं और सैकड़ों छात्र-शिक्षक चीखते हुए इधर-उधर भागने लगे। (Dhaka air force Plane Crash) प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विमान इतना तेजी से और अचानक गिरा कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। देखते ही देखते इमारत का एक बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया। चारों ओर धुआं, चीख-पुकार और खून से सने घायल लोगों की तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
Dhaka air force Plane Crash: मौत का आंकड़ा पहुंचा 19, दर्जनों छात्र गंभीर रूप से घायल
बांग्लादेश की सेना और दमकल विभाग ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। अब तक की पुष्टि के मुताबिक, 19 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 100 से 150 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। (Dhaka air force Plane Crash) दर्जनों एम्बुलेंस लगातार घायलों को ढाका के विभिन्न अस्पतालों में ले जा रही हैं। घायलों में ज़्यादातर छात्र और कॉलेज स्टाफ हैं। मिलिट्री हॉस्पिटल के ICU में भर्ती पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट तौकिर इस्लाम सागर की हालत नाजुक बनी हुई है। बांग्लादेश एयरफोर्स के सूत्रों के अनुसार, हादसे से पहले विमान ने 1:06 बजे टेकऑफ किया था और कुछ ही मिनटों में वह नियंत्रण खोकर कॉलेज की इमारत से जा टकराया।
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विमान के क्रैश होते ही पूरे उत्तरा में भगदड़ मच गई। अफरा-तफरी का ऐसा माहौल था कि लोग समझ ही नहीं पा रहे थे कि हमला हुआ है या हादसा। कॉलेज के एक शिक्षक ने बताया, “हम क्लास में थे तभी ऐसा धमाका हुआ कि इमारत हिल गई। (Dhaka air force Plane Crash) चारों तरफ धुआं और चीखें थीं, बच्चों को संभालना मुश्किल हो गया था।” पुलिस और सेना की संयुक्त टीमें मौके पर जांच में जुटी हैं और घटनास्थल को पूरी तरह सील कर दिया गया है। हेलिकॉप्टर से ऊपर से निगरानी की जा रही है ताकि मलबे में फंसे लोगों को ढूंढा जा सके।
सरकार की आपात बैठक, हाई लेवल जांच के आदेश
बांग्लादेश के रक्षा मंत्रालय ने हादसे को गंभीर सैन्य त्रासदी करार देते हुए तुरंत उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस हादसे पर गहरा शोक जताया और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया है। (Dhaka air force Plane Crash) इस बीच सोशल मीडिया पर लोग गुस्से में हैं , सवाल उठ रहे हैं कि इतना पुराना और तकनीकी रूप से असुरक्षित विमान रिहायशी इलाके में उड़ान क्यों भर रहा था? क्या इस हादसे को रोका जा सकता था?
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मोदी का भावुक संदेश, भारत देगा हर संभव मदद
इस दर्दनाक हादसे पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक जताया। उन्होंने X पर लिखा— “ढाका में हुए भीषण विमान हादसे में युवाओं और छात्रों की दुखद मृत्यु से स्तब्ध और व्यथित हूं। (Dhaka air force Plane Crash) शोकसंतप्त परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। भारत बांग्लादेश के साथ खड़ा है और हर संभव सहायता देने को तैयार है।” भारत-बांग्लादेश के द्विपक्षीय संबंधों की गंभीरता को दर्शाते हुए प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश मानवीय सहयोग की मिसाल बन गया है। विदेश मंत्रालय ने भी बांग्लादेश को मेडिकल और टेक्निकल सहायता देने की पेशकश की है।
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आखिर क्यों बना F-7 बांग्लादेश के लिए उड़ता खतरा?
गौरतलब है कि F-7 विमान चीन में बना एक मिग-21 का संशोधित संस्करण है, जिसे बांग्लादेश की एयरफोर्स ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल करती है। (Dhaka air force Plane Crash) लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इस विमान को लेकर लगातार तकनीकी खामियों की शिकायतें सामने आती रही हैं। अब इस हादसे के बाद बांग्लादेश सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि वह ऐसे खतरनाक विमानों को रिटायर करे और देश के एयरस्पेस को सुरक्षित बनाए। मिलस्टोन कॉलेज में हुए इस दर्दनाक हादसे ने पूरे बांग्लादेश को एक सवाल के घेरे में डाल दिया है , क्या हम अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर पर्याप्त सतर्क हैं? या फिर अगली तबाही के इंतजार में बैठें हैं?।