Chinese Missiles: चीन मिसाइलों के लिए एक नई तकनीक पर काम कर रहा है, जो इनका स्वरूप बदल देगी। इस तकनीकी से मिसाइल पैसेंजर प्लेन की तरह दिखेंगी। चीन की इस घातक तकनीकी से दुनिया के महंगे-महंगे एयर डिफेंस सिस्टम फेल हो सकते हैं।
उत्तरपश्चिमी चीन में एक रिसर्च टीम इस पर काम कर रही है। (Chinese Missiles) इसके तहत मिसाइल में एक ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा, जो इसको पैसेंजर प्लेन का स्वरूप देगी। इस टेक्नोलॉजी की मदद से मिसाइल का साइज और आकार बहुत जल्दी-जल्दी बदला जा सकेगा, जिससे दुश्मन का डिफेंस सिस्टम कंफ्यूज हो जाएगा और इसको पहचानना मुश्किल होगा।
चीनी सेना के विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के पास पहले से ही एक शक्तिशाली डिफेंस सिस्टम मौजूद है, ऐसे में इस तरह की मिसाइल ताइवान और साउथ चीन सी में विदेशी शक्तियों से मुकाबला करने के काम आएंगी।
प्रोजेक्ट पर काम कर रहे चीनी वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह की टेक्नोलॉजी के सेना में शामिल होने से युद्ध के तरीके में बड़ा बदलाव आएगा। इसकी मदद से क्रूज मिसाइल पर गोल्ड प्लेटेड आवरण होगा और यह देखने में पैसेंजर प्लेन लगेगा, जिससे दुश्मन के डिफेंस सिस्टम कंफ्यूज हो जाएंगे और इसलिए इस पर कार्रवाई करने में भी उनको समय लगेगा।
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यह तकनीक चीन के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और इससे दुनिया के सुरक्षा समीकरणों में बदलाव आ सकता है। इस तकनीक से चीन की मिसाइलों को दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम से बचना आसान हो जाएगा, जिससे चीन की सैन्य शक्ति में बढ़ोतरी होगी।
जिस तरह बोइंग 737 और एयरबस A320 को एक निश्चित एंगल पर देखने पर वह रडार सिग्नल उत्पन्न करते हैं, उसी तरह यह मिसाइल भी करेगी. (Chinese Missiles) टीम का कहना है कि यह टेक्नोलॉजी मिसाइल का आकार जल्दी-जल्दी बदलने में मदद करेगी और रडार रिफ्लेक्शन टेक्नोलॉजी के अलावा इसकी यह भी एक खासियत है, जो इसे बाकियों से अलग बनाती है.
Chinese Missiles: दुश्मन को कैसे देगी चकमा
इसको डिजाइन करने में कार्बन फाइबर का भी इस्तेमल किया गया है, जो सैन्य सेवा के रूप में इसे मजबूती प्रदान करते हैं. लॉ कॉस्ट टेक्नोलॉजी डिवाइस द्वारा मिसाइल का बाहरी आवरण और आकार जल्द-जल्दी बदलने से रडार ऑपरेटर्स को चकमा दिया जा सकता है. रिसर्चर्स ने बताया कि डिवाइस की लागत बहुत कम है और इसका वजन भी काफी कम है. इनके अलावा, इसमें ट्रांसमिटर्स लगे हैं जो दुश्मन को चकमा देने के लिए सिग्नल्स जेनरेट करेंगे. (Chinese Missiles) इस पूरे डिवाइस का वजन सिर्फ 1 किलोग्राम होगा. टीम का ऐसा कहना है कि कम वजन होने की वजह से यह ज्यादा दूरी तय कर सकता है और बड़े वॉरहेड ले जा सकता है.