China: चीनी अर्थव्यवस्था में नाटकीय रूप से गिरावट आ रही है। यह दावा अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने की है। उन्होंने कहा कि बीजिंग के पास आगे बढ़ने के दो रास्ते हैं। पड़ोसियों के खिलाफ आक्रामकता जारी रखे या अपनी अर्थव्यवस्था में सुधार करे और आक्रामकता कम करे। हालात ऐसे हैं कि यह अर्थव्यवस्था के कुछ क्षेत्रों में अपस्फीति (वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में गिरावट) के कगार पर पहुंच सकता है।
उपभोक्ताओं का विश्वास खत्म हो गया है। 25 प्रतिशत से अधिक बेरोजगारी है। (China) इसकी वजह से कर्ज काफी बढ़ा है। लोगों की कुल संपत्ति काफी गिर गई है। कृष्णमूर्ति ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के पास दो विकल्प हैं पहला, वर्तमान स्थिति को जारी रखें जो आर्थिक आक्रामकता, पड़ोसियों के प्रति तकनीकी और सैन्य आक्रामकता को बढ़ा रही है। दूसरा, वह आक्रामकता को कम कर सकते हैं।
China: बाइडन प्रशासन ने चीन को लेकर कही ये बात
नियंत्रण को ढीला कर एंटरप्रेन्योरशिप को फिर से पनपने की अनुमति दे सकते हैं। (China) वहीं, जो बाइडन प्रशासन ने कहा कि चीन की औद्योगिक विनिर्माण क्षमता की अधिकता का दुनिया भर में प्रभाव पड़ रहा है। चीन की गैर-बाजार नीतियां और प्रथाएं अमेरिका सहित दुनिया के अन्य देशों में श्रमिकों और व्यवसायों के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा करती हैं।
अर्थव्यवस्था में विकृतियों से बचाने का प्रयास
इनका सामाना करने के लिए व्यापार गतिविधियों के पारंपरिक उपाय पर्याप्त नहीं होंगे। चीन की अत्यधिक क्षमता के प्रभावों को कम करने के लिए अधिक व्यापक दृष्टिकोण की जरूरत पड़ सकती है। (China) अत्यधिक क्षमता या डंपिंग के खिलाफ बचाव संरक्षणवादी नहीं है। यह फर्मों और श्रमिकों को दूसरी अर्थव्यवस्था में विकृतियों से बचाने का प्रयास है।