Britain: ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। हाल ही में प्रकाशित एक किताब में उनके बारे में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। किताब में कहा गया है कि चार्ल्स तृतीय एक “बहुत ही स्वार्थी और अहंकारी व्यक्ति” हैं। उनके पास “अपनी और अपने परिवार की भलाई के अलावा किसी की परवाह नहीं है”।
किताब के लेखक, एक वरिष्ठ पत्रकार, ने कहा कि उन्होंने चार्ल्स तृतीय के साथ कई बार बातचीत की है और उन्हें पता है कि वह एक “बहुत ही जटिल व्यक्ति” हैं। (Britain) उन्होंने कहा, “चार्ल्स तृतीय एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल करना चाहते हैं। लेकिन उनके पास दूसरों की परवाह करने की क्षमता नहीं है।”
किताब में चार्ल्स तृतीय के कुछ विवादास्पद बयानों का भी उल्लेख किया गया है। उदाहरण के लिए, किताब में कहा गया है कि चार्ल्स तृतीय ने एक बार कहा था कि वह “अपने बेटे, प्रिंस विलियम, को राजा बनते हुए नहीं देखना चाहेंगे”। उन्होंने यह भी कहा था कि वह “ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को अपनी मर्जी से काम करने के लिए मजबूर कर सकते हैं”।
चार्ल्स तृतीय के इन बयानों से ब्रिटेन में कई लोगों में नाराजगी है। (Britain) कई लोगों का कहना है कि चार्ल्स तृतीय एक “तानाशाह” बनने की कोशिश कर रहे हैं।
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यह पहली बार नहीं है कि चार्ल्स तृतीय विवादों में घिरते हैं। (Britain) इससे पहले भी उनके बारे में कई तरह के आरोप लगते रहे हैं। उदाहरण के लिए, उन्हें “अपने बेटे, प्रिंस विलियम, की पत्नी, कैमिला, को पसंद न करने” के आरोप में निशाना बनाया गया है।
चार्ल्स तृतीय के बारे में इन खुलासों से ब्रिटेन की राजशाही पर भी सवाल उठने लगे हैं। कई लोगों का कहना है कि ब्रिटेन को एक गणतंत्र बन जाना चाहिए।
Britain: नीदरलैंड में रोकी गई किताब की बिक्री
इस मुद्दे को और ज्यादा हवा तब मिली जब ‘टॉकटीवी’ ने डच एडिशन का हवाला देते हुए चार्ल्स और केट की कथित संलिप्तता पर चर्चा की. ब्रिटिश सुरक्षा मंत्री टॉम तुगेंदट ने टॉकटीवी के शो को लेकर शुरू हुए विवाद पर कहा कि शाही परिवार के बारे में अप्रमाणित अफवाहें और दावे किए गए हैं. (Britain) इस किताब की नीदरलैंड में बिक्री रोक दी गई है. रिपोर्ट के मुताबित, इस बीच किताब के असल लेखक स्कोबी का कहना है कि यह जानबूझकर नहीं किया गया था. उन्होंने कहा कि विवाद के बाद उनकी किताब की बिक्री रुक गई है.