Bengaluru News: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बुधवार (17 अप्रैल) को रामनवमी के दिन ‘जय श्री राम’ के नारे को लेकर हुए विवाद में दो लोग घायल हो गए. पुलिस ने इस मामले में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और दंगा करने समेत अन्य आरोपों में केस दर्ज कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक, पवन कुमार, राहुल और बिनायक नाम के तीन युवक कार से एक सेकेंड हैंड टू-व्हीलर खरीदने जा रहे थे. उनके पास भगवा झंडा था और वे रास्ते भर ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए निकल रहे थे. (Bengaluru News) रास्ते में बाइक से जा रहे फरमान और समीर नाम के दो लोगों ने उन्हें उत्तरी बेंगलुरु के चिक्काबेट्टाहल्ली में रोक लिया और पूछा कि वो नारेबाजी क्यों कर रहे हैं.
एफआईआर के मुताबिक, फरमान-समीर ने उनसे कहा कि वे सिर्फ ‘अल्लाह-हू-अकबर’ का नारा लगाएं. इस बात को लेकर दोनों पक्षों में बहस हो गई, जिसके बाद मारपीट शुरू हो गई. (Bengaluru News) इस घटना में पवन कुमार और राहुल घायल हो गए.
रिपोर्ट के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “फरमान ने तीनों लोगों से झंडे को छीनने की कोशिश की, जिसके बाद दो लोगों ने उसे दौड़ा दिया. समीर ये सब देखकर वहां से भाग निकला. दोनों फिर थोड़ी देर बाद कार में लौट आए. हालांकि, कुछ देर बाद समीर और फरमान फिर से आए और अबकी बार उनके हाथ में एक डंडा था.”
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पुलिस ने बताया कि समीर और फरमान के साथ दो और लड़के थे, जिसमें से एक तो नाबालिग था, जबकि एक की उम्र पता लगाई जा रही है. इन चारों ने मिलकर कार सवार पवन कुमार, राहुल और बिनायक की पिटाई शुरू कर दी. समीर और फरमान ने राहुल और बिनायक को बहुत मारा. राहुल पर डंडे से हमला किया गया, जिसकी वजह से उसके सिर में चोट आई, जबकि बिनायक के नाक पर मारा गया.
Bengaluru News: बेंगलुरु पुलिस ने चारों आरोपियों को पकड़ा
मारपीट करने के बाद चारों आरोपी घटनास्थल से फरार हो गए. पुलिस को इसकी जानकारी मिली और वह मौके पर पहुंची. पवन, राहुल और बिनायक को पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां शिकायत दर्ज करवाने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस ने फरमान और समीर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है.