Trishul 2025: पाकिस्तान ने सिर्फ पांच दिनों के अंदर दूसरी बार NOTAM (Notice to Airmen) जारी किया है, जिससे यह साफ है कि उसने अपने हवाई क्षेत्र के कुछ हिस्सों में उड़ानों पर रोक लगा दी है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने यह कदम भारत के “त्रिशूल 2025” सैन्य अभ्यास की वजह से उठाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह आदेश 1 नवंबर से 30 नवंबर तक लागू रहेगा, और इसमें पाकिस्तान के दक्षिणी और तटीय इलाकों का बड़ा हिस्सा शामिल है।
Trishul 2025: पाकिस्तान का कदम क्यों?
NOTAM जारी करने का मतलब यह होता है कि पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र के कुछ हिस्सों में उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया है। सूत्रों का कहना है कि यह कदम पाकिस्तान की नौसेना के द्वारा अरब सागर में सोनमियानी रेंज के पास किए जाने वाले मिसाइल परीक्षण या हथियारों की फायरिंग से जुड़ा हो सकता है। (Trishul 2025) पाकिस्तान का यह कदम इस बात को दर्शाता है कि वह भारत के बढ़ते सैन्य अभ्यासों को लेकर चिंतित और सतर्क है। पाकिस्तान को डर है कि भारत अपने सैन्य अभ्यास के दौरान उसके दक्षिणी हवाई ठिकानों और नौसैनिक ठिकानों के पास कोई बड़ी कार्रवाई कर सकता है।
त्रिशूल 2025: भारत का प्रमुख सैन्य अभ्यास
भारत का “त्रिशूल 2025” एक बड़ा और महत्वपूर्ण सैन्य अभ्यास है, जिसमें भारतीय थल सेना, नौसेना और वायुसेना तीनों बल मिलकर हिस्सा ले रहे हैं। यह अभ्यास मुख्य रूप से पश्चिमी सीमा और अरब सागर में हो रहा है। (Trishul 2025) इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय सैन्य बलों की संयुक्त ताकत, तेज़ी से कार्रवाई करने की क्षमता, और समुद्री इलाकों में पकड़ को दिखाना है। यह भारत की सैन्य तैयारियों को प्रदर्शित करने का एक बड़ा अवसर है, जिसमें विभिन्न युद्ध कौशल, रणनीतियां और सामूहिक कार्रवाई को परखा जाता है।
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पाकिस्तान की सतर्कता
पाकिस्तान का बार-बार NOTAM जारी करना यह संकेत देता है कि वह भारत के सैन्य अभ्यासों से काफी बेचैन और सतर्क है। पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों के मुताबिक, यह कदम यह जताने के लिए उठाया गया है कि पाकिस्तान अपने हवाई और समुद्री क्षेत्रों की निगरानी कर रहा है और किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। (Trishul 2025) इसका मतलब यह है कि पाकिस्तान अपनी सीमा पर किसी भी अनहोनी से बचने के लिए पूरी तरह से चौकस है।
पाकिस्तान का सैन्य अलर्ट
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की सेना को नवंबर के अंत तक हाई अलर्ट पर रखा गया है। तटीय क्षेत्रों की निगरानी में बढ़ोतरी की गई है और वायुसेना तथा नौसेना के संसाधनों को फिर से तैनात किया गया है, ताकि अरब सागर में भारतीय गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सके। पाकिस्तान के इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि वह अपने क्षेत्रों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क है।
भारत और पाकिस्तान के बीच बदलता शक्ति संतुलन
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का यह सैन्य अभ्यास पाकिस्तान को एक बार फिर यह याद दिला रहा है कि भारत अपने सैन्य आत्मविश्वास और तैयारियों को खुलकर प्रदर्शित कर रहा है। (Trishul 2025) पाकिस्तान, हालांकि, सिर्फ प्रतिक्रिया देने की स्थिति में है। इस स्थिति से यह भी साफ हो रहा है कि भारत अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने में पूरी तरह सक्षम है, जबकि पाकिस्तान अभी भी भारतीय गतिविधियों के जवाब में अपनी तैयारियां बढ़ाने को मजबूर है।
