इस फिल्म की मजेदार कहानी और अक्षय कुमार, अनुपम खेर समेत बाकी एक्टर्स की एक्टिंग आज भी लोगों के दिमाग में इतनी ताजा है कि इसे 11 साल पुरानी मान पाना मुश्किल है. आइए बताते हैं अक्षय की इस फिल्म से जुड़े मजेदार फैक्ट्स जिनपर आपका ध्यान नहीं गया होगा.बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार के पक्के वाले फैन्स आए दिन अपने ‘खिलाड़ी’ स्टार से अपील करते रहते हैं कि वो फिल्ममेकर नीरज पांडे के साथ कोई फिल्म लेकर आएं. पिछले कई साल से अक्षय के दरबार में पेंडिंग चल रही फैन्स की इस दुआ के पीछे एक बहुत सॉलिड वजह है.अक्षय ने 2012 से 2015 तक, 5 सालों में 15 कामयाब-कमाऊ फिल्में दी थीं. और इनमें से 5 फिल्मों में किसी न किसी तरह फिल्ममेकर नीरज पांडे का नाम जुड़ा रहा. किसी में नीरज डायरेक्टर थे, किसी में प्रोड्यूसर और किसी में राइटर. इस जबरदस्त कामयाब जोड़ी की शुरुआत उस फिल्म से हुई थी, जो ‘हाइस्ट’ जॉनर यानी लूट के टॉपिक पर बनीं सबसे बेहतरीन बॉलीवुड फिल्मों में से एक है.
फिल्म का नाम है ‘स्पेशल 26’. इस फिल्म की मजेदार कहानी और अक्षय कुमार, अनुपम खेर समेत बाकी एक्टर्स की एक्टिंग आज भी लोगों के दिमाग में इतनी ताजा है कि इसे 11 साल पुरानी मान पाना मुश्किल है.
बॉम्बे का ऑपेरा हाउस, नकली सीबीआई और असली लूट
1987 में बॉम्बे (अब मुंबई) के मशहूर ज्यूलरी स्टोर, त्रिभुवनदास भीमजी जावेरी एंड सन्स की ऑपेरा हाउस ब्रांच में एक ऐसी लूट हुई, जिसका केस आजतक हल नहीं हो सका है.17 मार्च को मोहन सिंह नाम के एक व्यक्ति ने अखबार में ‘इंटेलिजेंस ऑफिसर्स और सिक्योरिटी ऑफिसर्स’ की पोस्ट के लिए ऐड दिया. इंटरव्यू देने आए ग्रेजुएट लोगों में से इस व्यक्ति ने 26 लोगों को चुना और इन्हें रेड मारने की क्लासरूम ट्रेनिंग दी. दो दिन बाद, 19 मार्च को नए-नए इन ‘ऑफिसर्स’ को रेड मारने की ‘मॉक ट्रेनिंग’ भी मिली, और जगह थी- जावेरी एंड सन्स का स्टोर.
ट्रेनिंग देने वाले ऑफिसर ने अपने रंगरूटों से, रेड में उठाई ज्यूलरी और कैश एक गाडी में रखवाया और दूसरी लोकेशन पर चल रही ऐसी ही ‘मॉक ट्रेनिंग’ को सुपरवाईज करने का बोलकर निकल लिया. नए ऑफिसर भी वहीं खड़े रहे, जावेरी एंड सन्स के कर्मचारी भी और बाकी लोग भी. करीब एक घंटे बाद जब पुलिस बुलाई गई, तो पता लगा कि कोई आदमी नकली सीबीआई बनकर, असली सोना और नकदी उड़ा ले गया. रिपोर्ट्स में ये पूरी लूट 20 से 35 लाख रुपये की बताई जाती है, 1987 में! ‘स्पेशल 26’ की कहानी इसी लूट पर बेस्ड थी.
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अनुपम खेर का लूट कनेक्शन
‘स्पेशल 26’ की टैगलाइन थी- ‘असली ताकत दिल में होती है’. फिल्म में ये एक डायलॉग है, जिसे अनुपम खेर का किरदार बोलता नजर आता है. ‘स्पेशल 26’ देखने वालों को याद होगा कि इस डायलॉग का पूरा मामला कितना मजेदार था. इस डायलॉग में उतना दम नहीं है, जितना दम अनुपम खेर की डिलीवरी इसमें डाल देती है.
बैकग्राउंड ये है कि अनुपम, जो अक्षय कुमार के किरदार के साथ लूट करने वालों में से एक हैं, एक सिचुएशन में इतना घबराए हुए होते हैं कि उन्हें इस लाइन के अलावा कुछ सूझता ही नहीं. लेकिन ये पहली बार नहीं था कि अनुपम ने ऑपेरा हाउस लूट पर बेस्ड कहानी में, इस तरह का किरदार निभा रहे हों. 1992 में अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित और माला सिन्हा स्टारर फिल्म ‘खेल’ में भी ऑपेरा हाउस की लूट पर बेस्ड एक सीक्वेंस था. इस फिल्म में भी अनुपम खेर ने अनिल के साथ कॉन आर्टिस्ट का किरदार निभाया था.
असली CBI ने डलवाया था फिल्म में मैसेज
‘स्पेशल 26’ के सारा प्रोमो और ट्रेलर्स में असली सीबीआई बनाम नकली सीबीआई का खेल दिखाया गया था. फिल्म में मनोज बाजपेयी ने असली सीबीआई ऑफिसर का किरदार निभाया था, जिसकी टीम ऑपेरा हाउस में लूट डालने वाले को खोज रही है.
फिल्म का प्रमोशनल मैटेरियल देखकर असली सीबीआई ने फिल्म की टीम को अप्रोच किया था कि वो एक डिस्क्लेमर ऐड कर लें. इस रिक्वेस्ट को पूरा करते हुए ‘स्पेशल 26’ के मेकर्स ने फिल्म में एक लाइन जोड़ी थी- ‘नकली सीबीआई ऑफिसर्स से सावधान’. इसके साथ सीबीआई के मुंबई ऑफिस के एड्रेस और फोन नंबर के साथ जनता को वॉर्निंग दी गई थी कि हमेशा पहले असली सीबीआई से वेरीफाई कर लें.
अक्षय कुमार और बॉलीवुड में नई कहानियां देखने वालों को ये बात आज भी सालती है कि ये जोड़ी फिर से कोई नया प्रोजेक्ट नहीं लेकर आ रही. ‘स्पेशल 26’ और ‘बेबी’ में जहां नीरज ने अक्षय को डायरेक्ट किया था. वहीं अक्षय स्टारर ‘टॉयलेट: एक प्रेमकथा’ और ‘रुस्तम’ को नीरज ने प्रोड्यूस किया था