केंद्र सरकार पहले ही ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को लेकर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को आगाह कर चुका है. नेशनल कोविड टॉस्क फोर्स के प्रमुख डॉ. वीके पॉल ने कहा है कि सर्दियों के वक्त कोरोना वायरस के केस बढ़ सकते हैं.
मुंबई/बेंगलुरु: महाराष्ट्र (Maharashtra) में शनिवार को कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के आठ नए केस मिले हैं. इससे राज्य में इस बेहद संक्रामक वैरिएंट के कुल 48 मामले हो गए हैं. वहीं कर्नाटक (Karnataka) में भी ओमिक्रॉन के 6 नए मामले मिले हैं और वहां राज्य में कुल 14 मरीज इस वैरिएंट के हो गए हैं. इन राज्यों में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों ने चिंता की नई लकीरें पैदा कर दी हैं. केंद्र सरकार पहले ही ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को लेकर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को आगाह कर चुका है. नेशनल कोविड टॉस्क फोर्स के प्रमुख डॉ. वीके पॉल ने कहा है कि सर्दियों के वक्त कोरोना वायरस के केस बढ़ सकते हैं. उन्होंने नए साल और अन्य त्योहारों के दौरान भीड़ को लेकर भी आगाह किया है. साथ ही लोगों से अनावश्यक भीड़ न जुटाने का आग्रह भी किया है.
जबकि महाराष्ट्र में मिले आठ नए मामलों के साथ कुल ओमिक्रॉन संक्रमितों की तादाद 48 पहुंच गई है. महाराष्ट्र में नए संक्रमितों में 6 लड़कियां हैं, जिनकी उम्र 13 से 19 साल के बीच की है. स्वास्थ्य महकमा यह पता करने में जुटा है कि क्या इनके परिवार या नजदीकियों में किसी ने हाल ही में विदेश यात्रा की थी क्या.
कर्नाटक में ओमिक्रॉन के दो मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं. यानी अब इस वैरिएंट के 11 एक्टिव केस रह गए हैं. जबकि एक मरीज कथित तौर पर दुबई भाग गया. इनमें से पांच नए मामले कर्नाटक के दो शिक्षण संस्थानों में संक्रमण के क्लस्टर से मिले हैं. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि दक्षिणा कन्नड़ क्षेत्र के दो संस्थानों में पहले मिले मरीजों से इनका ताल्लुक है. पहले क्लस्टर में अब तक 14 कोविड केस मिल चुके हैं, जिनमें चार ओमिक्रॉन के हैं. जबकि दूसरे क्लस्टर में 19 मामले मिले हैं, जिसमें एक में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है.