Shahbaz Sharif POK: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हाल में जमकर हिंसक प्रदर्शन हुए. इस दौरान भारी संख्या में आगजनी हुई. प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों को जमकर पीटा और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान कश्मीर की आजादी की भी मांग उठी. मूल रूप से यह प्रदर्शन बिजली और आटे के बढ़े हुए रेट के खिलाफ था, सरकार के आश्वासन के बाद प्रदर्शन तो बदं हो गया, लेकिन इससे पाकिस्तान की सरकार पूरी तरह से हिल गई. (Shahbaz Sharif POK) पीओके में दोबारा इस तरह से उग्र प्रदर्शन न हो, इसको लेकर उन्होंने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का दौरा किया है. इस दौरान उन्होंने कश्मीर के लोगों के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान की बात कही है.
दरअसल, जम्मू कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (JAAC) ने बीते शनिवार को सब्सिडी की मांग को लेकर प्रदर्शन का एलान किया था, जिसके बाद पुलिस ने शुक्रवार को ही 70 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद पीओके की जनता आक्रोश में आ गई और जमकर हिंसा हुई. (Shahbaz Sharif POK) अब पाकिस्तान सरकार की तरफ से 23 अरब के सब्सिडी की घोषणा की गई है, जिसके बाद प्रदर्शन रुक गया है. पीओके में कैबिनिटे की बैठक के दौरान शहबाज शरीफ ने कहा, उनकी सरकार पीओके की समस्याओं के लिए स्थायी समाधान खोजेगी.
Shahbaz Sharif POK: पीओके में हुए प्रदर्शन पर शहबाज ने क्या कहा?
शहबाज ने पीओके के लोगों के लिए पानी शुल्क, नीलम, झेलम और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए एक कमेटी के गठन का निर्देश दिया है. पाकिस्तान को इस बात का अंदाजा नहीं था कि जिसे वह आजाद कश्मीर कहता है, वहां पाकिस्तान के खिलाफ इतना जोरदार प्रदर्शन होगा. (Shahbaz Sharif POK) इस दौरान शहबाज ने कहा कि पीओके के लोगों ने वास्तविक मांगों के लिए आवाज उठाई थी, लेकिन इसके पीछे कुछ उपद्रवियों ने दंगा फैलाने और हिंसा की कोशिश की.
शहबाज ने बीजेपी पर बोला हमला
पीओके में पहुंचने के बाद शहबाज शरीफ ने भारत और बीजेपी के खिलाफ भी जमकर जहर उगला. शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान भारत के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों के लिए हमेशा आवाज उठाता रहेगा. पाकिस्तान वहां के लोगों को हमेशा नैतिक और राजनयिक समर्थन देगा. इस दौरान शहबाज ने तिहाड़ जेल में बंद कश्मीरियों की भी चर्चा की. शहबाज ने कहा कि बीजेपी ने कश्मीर की श्रीनगर, बारामूला और अनंतनाग तीन सीटों पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं. इससे साफ होता है कि भारत की सत्तारूढ़ पार्टी अपने नाम से कश्मीर में चुनाव नहीं लड़ सकती है, क्योंकि जनता के दिल में गुस्सा है.