Maldives China Relation: चीन की गोद में बैठे मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने उसे ही झटका दे दिया. मालदीव ने चीन के जासूसी जहाज को रोक दिया है, उसे अनुमति नहीं दी गई है. इसे हिंद महासागर की सुरक्षा के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने कहा कि उनकी सरकार ने मालदीव के जल क्षेत्र में चीनी जहाज को अनुमति नहीं दी है. (Maldives China Relation) मालदीव के विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब चीन का जासूसी जहाह जियांग यांग होंग-3 फिर से मालदीव पहुंचा है. यह बीते दो महीने में दूसरी बार है, जब चीन का जासूसी जहाज मालदीव गया है. वहीं, इससे पहले मालदीव ने भारतीय लोगों को पर्यटन के लिए मालदीव आने का आग्रह किया था।
भारत के दौरे पर आए मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने कहा कि हिंद महासागर की शांति और सुरक्षा भारत, मालदीव, श्रीलंका और हमारे पड़ोस के बाकी देशों के लिए महत्वपूर्ण है. (Maldives China Relation) उन्होंने कहा, हम साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे. हम एक शांतिपूर्ण देश के रूप में उन जहाजों का स्वागत करते हैं, जो शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए आते हैं, लेकिन वे मालदीव के जल क्षेत्र में अनुसंधान के लिए नहीं आए, हमने मालदीव के जल क्षेत्र में अनुसंधान के लिए चीनी जहाज को अनुमति नहीं दी है. मूसा जमीर ने कहा कि मालदीव के जल क्षेत्र में रिसर्च करने वाले जहाजों का स्वागत नहीं है.
Maldives China Relation: दूसरी बार गया चीन का जहाज
दरअसल, इंडिया आउट का नारा देने वाले राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू चीन के काफी करीब पहुंच गए थे. चीन के हस्तक्षेप के बाद मालदीव और भारत के रिश्ते और खराब हो गए थे. भारत से तनातनी के बीच 27 अप्रैल को चीनी रिसर्च जहाज जियांग यांग होंग 3 मालदीव के जलक्षेत्र में लौटा था. (Maldives China Relation) मालदीव में मुइज्जू की सरकार बनने के बाद यह दूसरी बार हुआ. इससे पहले रक्षा मंत्री घासन मौमून ने पिछले महीने मालदीव की संसद को बताया था कि चीनी जहाज मालदीव के जल क्षेत्र के अंदर और उसके निकट जाने के बावजूद कोई शोध नहीं करेगा. अब इसे मंजूरी नहीं देने की खबरें आ रही हैं.